निजी आईटीआई शिक्षण संस्थानों में छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति घोटाले में पूर्व समाज कल्याण अधिकारी समेत 66 लोगों के खिलाफ सदर बाजार थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में इन पर फर्जी तरीके से कूटरचित दस्तावेज के माध्यम से विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति को हड़पने का आरोप है।
विधायक पूरन प्रकाश द्वारा मुख्यमंत्री से इस घेाटाले की शिकायत की गई थी जिस पर जांच कराने के बाद मौजूदा समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर ने पूर्व समाज कल्याण अधिकारी डा करूणेश त्रिपाठी और उनके कार्यालय के तीन बाबू के अलाचा 62 निजी आईटीआई तथा शिक्षण संस्थाओं के प्रबंधकों एवं संचालकों के खिलाफ धारा 420/ 468 एवं धारा 409 आईपीसी में सदर बाजार थाने में शनिवार को रिपोर्ट दर्ज कराई है।
विधायक का कहना था कि आईटीआई के साथ ही शिक्षण संस्थाओं द्वारा भी बहुत बड़ा घोटाला किया गया है तथा जांच के बाद उनके चेहरे भी उजागर हो जाएंगे।
पुलिस अधीक्षक नगर उदय शंकर सिंह ने बताया कि जिले में वर्ष 2015-16 से 2019-20 के मध्य निजी आईटीआई संस्थाओं द्वारा की गई छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति की अनियमितता घोटाले के संबन्ध में पूर्व समाज कल्याण अधिकारी समेत निजी आईटीआई एवं शिक्षण संस्थाओं के प्रबंन्धकों एवं संचालकों के खिलाफ वर्तमान समाज कल्याण अधिकारी द्वारा सदर बाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उनका कहना था कि साक्ष्य संकलन की कार्रवाई के साथ ही अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है तथा दोषियों को जल्दी ही पकड़ा जाएगा।