अब उत्तर प्रदेश में सभी दस्तावेजों और अभिलेखों में ‘रामजी’ शब्द डॉ. बी.आर. आम्बेडकर के मध्य नाम के तौर पर लिखा जाएगा। योगी सरकार ने यह फैसला राज्यपाल राम नाइक की सिफारिश पर लिया है।
On Governor Ram Naik's recommendation, UP Government passes order to officially introduce word ‘Ramji’ as the middle name of Dr BR Ambedkar in all documents and records in the state pic.twitter.com/UYJOhHgIOE
— ANI UP (@ANINewsUP) March 29, 2018
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने डॉ. भीमराव आंबेडकर का नाम बदलकर डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर करने के लिए बुधवार को सभी विभागों और इलाहाबाद-लखनऊ की सभी हाई कोर्ट की बेंचों को आदेश दिया है।
दरअसल संविधान के पृष्ठ में बाबा साहब का डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर के नाम से हस्ताक्षर है। राम नाईक ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और महासभा को पत्र लिखकर आंबेडकर के नाम का सही उच्चारण और सही नाम लिखने के लिए ध्यान आकृष्ट कराया था। इस कैंपेन को राज्यपाल राम नाईक ने दिसंबर 2017 में शुरू किया था। बता दें कि महाराष्ट्र में पुरानी परंपरा के आधार पर लोग पिता का नाम बेटे के मध्य नाम के तौर पर उपयोग करते आए हैं।