अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अब एक नया ज्ञान दिया है इसी दौरान रविवार को एक कार्यक्रम में गलती करते हुये कह दिया कि भारत 200 साल तक अमेरिका का गुलाम रहा। सीएम ने कहा कि यदि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में नहीं होता तो बेहाल हो जाता।
कोरोना से निपटने को मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि अन्य देशों के मुकाबले भारत ने इस बीमारी से बेहतर तरीके से निपटा। मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अलख जगाई। मैं कह सकता हूं कि यदि उनकी जगह कोई और नेतृत्व होता तो भारत का न जाने क्या हाल होता। बेहाल हो जाते, लेकिन उन्होंने हमको राहत देने का काम किया। भारत 135 करोड़ की आबादी का देश आज भी अपने को राहत महसूस करता है। दूसरे देशों की अपेक्षा, जहां अमेरिका के 200 वर्ष हम गुलाम थे। पूरे विश्व पर उसका राज था। कभी सूरज छिपता ही नहीं था, कहते थे। लेकिन आज के इस समय में वो डोल गया। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। 12 करोड़ की आबादी वाला देश स्वास्थ्य में नंबर वन लेकिन मृत्यु दर आपकी इतनी ज्यादा चली गई और अभी भी हालत खस्ती है। फिर पुन: लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें बचाने का काम किया है।'
दो बच्चे पैदा किए इसलिए कम मिला राशन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एक बार फिर अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, आपदा के समय जिनके ज्यादा बच्चे थे, उनको ज्यादा सरकारी मदद मिली। सीएम ने कहा कि, किसी के अगर 20 बच्चे थे तो उसे प्रत्येक बच्चे पर 20 किलो अनाज मिला। मतलब उस परिवार को एक क्विंटल अनाज मिला। लेकिन जिनके दो बच्चे थे, उनको 10 किलो के हिसाब से 20 किलो ही मदद मिली। अब गलती किसकी है, जिसने ज्यादा बच्चे पैदा किए, उसको ज्यादा मदद मिली, कम बच्चे वाले को कम मदद मिली।