उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना के बाद बचाव अभियान अभी भी जारी है। सुरंग का एक हिस्सा टूटने और मलबा गिरने से 40 मजदूर अंदर फंसे हुए हैं। मजदूरों को बचाने रेस्क्यू ऑपरेशन आज छठवें दिन भी जारी है, जिन्हें पाइप के जरिए खाना-पानी पहुंचाया जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इंजीनियर और वैज्ञानिक हर कोई काम कर रहा है। पाइप लगभग 25 मीटर पर डाला गया है। काम बहुत तेजी से चल रहा है। पीएम मोदी भी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
बता दें कि उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने की कोशिशें लगातार जारी है। सुरंग में फंसे सभी श्रमिक सुरक्षित बताए जा रहे हैं, जिन्हें पाइप के माध्यम से लगातार ऑक्सीजन, पानी, सूखे मेवे सहित अन्य खाद्य सामग्री, बिजली, दवाइयां आदि पहुंचाई जा रही हैं। वहीं, अब मलबों के बीच से पाइप डालने के लिए बरमा ड्रिलिंग मशीनें लगाई गई हैं। सुरंग में 45 से 60 मीटर तक मलबा जमा है, जिसमें ड्रिलिंग की जानी है। योजना यह है कि ड्रिलिंग के जरिए मलबे में रास्ता बनाते हुए उसमें 800 मिमी और 900 मिमी व्यास के कई बड़े पाइप को एक के बाद एक इस तरह डाला जाएगा कि मलबे के एक ओर से दूसरी ओर तक एक वैकल्पिक सुरंग बन जाए और श्रमिक उसके माध्यम से बाहर आ जाएं।
बता दें कि 25 मीटर की गहराई तक ड्रिलिंग की गई, जिस पर मशीन अंदर मौजूद एक धातु के हिस्से से टकरा गई। गैस कटर से इसे काटने का प्रयास किया जा रहा है, इसलिए ड्रिलिंग का काम फिलहाल रुका हुआ है। नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड (एनईसीएल) के पीआरओ जीएल नाथ ने कहा, "मशीनें अच्छी तरह से काम कर रही हैं। फंसे हुए श्रमिकों को भोजन दिया गया, वे बात कर रहे हैं। वे अच्छे स्वास्थ्य में हैं, आज पांच और पाइप डाले जा रहे हैं।"
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनाई जा रही सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चल रहे ऑपरेशन पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभियान की प्रगति का लगातार अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में यह बात कही। सुरंग निर्माण में बरती गई लापरवाही से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि हमारी अभी सबसे पहली प्राथमिकता 40 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की है।