बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुताबिक बुधवार सुबह नौ बजे संगम में झेलम नदी में जल स्तर 11.70 फुट, राम मुंशी बाग में 15.35 फुट और आशम में 11.66 फुट था। विभाग ने सुबह 11 बजे संगम में झेलम नदी में जल स्तर 11.45 फुट, राम मुंशी बाग में 15.20 फुट और आशम में 11.58 फुट दर्ज किया। हालांकि कश्मीर घाटी में बुधवार को फिर बारिश हुई जिसके कारण लोगों में बाढ़ की चिंता मंडराती रही। वैसे इस बारिश के बावजूद झेलम के जलस्तर में कमी देखी गई। अधिकारियों ने बताया कि बारिश बीती रात से शुरू हुई थी और इसके अगले दो दिनों तक भी जारी रहने की आशंका है। इससे झेलम नदी और उसकी सहायक नदियों में जलस्तर फिर से बढ़ सकता है। बाढ़ की स्थिति में कल से सुधार देखा गया। हालांकि इसके कारण 17 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि दक्षिण कश्मीर के संगम में झेलम में जलस्तर 11.70 फुट है जो कि बाढ़ के स्तर 21 फुट से नीचे है। वहीं राम मुंशी बाग में यह 15.35 फुट पर बह रही है और वहां बाढ़ का स्तर 19 फुट है।
एक अधिकारी ने कहा, कल सुबह से ही जलस्तर में जबर्दस्त गिरावट देखी जा रही है। उन्होंने बताया, सारी आपात योजनाएं तैयार हैं.. बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को हटाने के लिए अस्थाई शिविरों को तैयार किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की अतिरिक्त टीमों को पहले से ही तैयार रखा गया है। स्थिति से निपटने के लिए सेना घाटी के प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद के लिए कदम उठा रही है। सेना के एक अधिकारी ने बताया, हमने हर कंपनी ऑपरेटिंग बेस (सीओबी) में एक टुकड़ी (75 से 100 बलों की) निर्धारित की है जो किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
अधिकारी ने बताया कि सेना, इंजीनियर, ईएमई और सैन्य चिकित्सा कोर को मिलाकर तीन बचाव समूहों को बादामी बाग छावनी, ओल्ड एअरफील्ड और जैनाकोट में स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया, निचले इलाकों में सेना के साथ पानी निकालने के सभी पंपों को भी रखा गया है। शनिवार से हो रही भारी बारिश के कारण बडगाम जिले के चंदूरा इलाके में 15 लोगों की मौत हो गई है। भूस्खलन में फंसे एक व्यक्ति के भी मरने की आशंका जताई जा रही है हालांकि इस बात की अब तक पुष्टि नहीं हो पाई है। जम्मू क्षेत्र के उधमपुर में बाढ़ के तेज बहाव में बहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।