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पश्चिम बंगाल हिंसा: रामनवमी जुलूस में बंदूक लहराने वाला शख्स बिहार के मुंगेर से गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि हावड़ा में रामनवमी के जुलूस में हथियार ले जाते दिख रहे 19 वर्षीय सुमित शॉ...
पश्चिम बंगाल हिंसा: रामनवमी जुलूस में बंदूक लहराने वाला शख्स बिहार के मुंगेर से गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल पुलिस ने बताया कि हावड़ा में रामनवमी के जुलूस में हथियार ले जाते दिख रहे 19 वर्षीय सुमित शॉ को बिहार के मुंगेर से गिरफ्तार कर लिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक शॉ ने रामनवमी की रैली के दौरान हथियार ले जाने की बात कबूल की है।

पुलिस दल से मिली जानकारी के अनुसार रामनवमी के जुलूस में हथियार लेकर जा रहे 19 वर्षीय सुमित साव को मुंगेर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में उसने हथियार के साथ जुलूस में शामिल होने की बात कबूल की है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मामला सीआईडी को सौंप दिया है। 30 मार्च को रामनवमी के जुलूस के दौरान हावड़ा के शिबपुर में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क उठी थी। जुलूस के दौरान, दंगाइयों ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों कि तोड़फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी थी। हिंसा के बाद, पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार को आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) को जांच सौंपी।

इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें एक धार्मिक जुलूस के दौरान यह एक युवक बंदूक लिए नजर आ रहा है। अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा , "रामनवमी के जुलूस में लोग बंदूकें और तलवारें लिए हुए थे। छोटे दुकानदारों की दुकानों और सामग्री को तोड़ दिया गया और आग लगा दी गई। यह कैसा जुलूस है? वे पागलों की तरह डीजे बजा रहे थे।" क्या रामनवमी इसी तरह मनाई जाती है? यह त्योहार मानने की कौन सी रस्म है? हम बंगाल में इतने लंबे समय से रह रहे है, लेकिन हमने कभी ऐसा कुछ नहीं देखा। मैं झूठ बोल सकता हूं, लेकिन वीडियो झूठ नहीं बोलेंगे।

सोमवार को इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि वह सांप्रदायिक दंगों को अंजाम देने के लिए राज्य के बाहर से गुंडों को बुला रही है।"वे सांप्रदायिक दंगों को अंजाम देने के लिए राज्य के बाहर से गुंडों को काम पर रख रहे हैं। किसी ने भी उनके जुलूसों को नहीं रोका है, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए की तलवार और बुलडोजर के साथ मार्च करने का अधिकार नहीं है। उन्हें हावड़ा में ऐसा करने का दुस्साहस कैसे मिला?"

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शिवपुर के जुलूस में पिस्टल लहराने के बाद पुलिस सतर्क हो गयी थी। उसके बाद पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर उसकी तलाश शुरू कर दी थी, लेकिन पुलिस को वह आरोपी हावड़ा में नहीं मिला। उसके बाद पुलिस ने जगह जगह रेड मारनी शुरू की। उसके मोबाइल नंबर से उसे ट्रेस करना शुरू किया गया। मोबाइल नेटवर्क से मिली जानकारी के अनुसार हावड़ा पुलिस मुंगेर गई और मुंगेर से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मुंगेर की कोर्ट में उसे आज पेश किया जाएगा। टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि इससे भाजपा का चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि सुमित साव ने स्वीकार किया है कि वह पिस्टल लेकर जुलूस में शामिल हुआ था ।

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई वाली पश्चिम बंगाल सरकार को 30 मार्च को रामनवमी के जुलूस के दौरान और बाद में हावड़ा के शिबपुर में हुई हिंसा पर एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया। एक खंडपीठ की अध्यक्षता कर रहे कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम ने राज्य सरकार को 5 अप्रैल तक बंगाल में हुई हिंसा पर एक व्यापक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया।

अदालत ने कहा कि रिपोर्ट में घटना का विवरण और शांति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए सभी आवश्यक कदम शामिल होने चाहिए। न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य भी उस पीठ में थे, जिन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार को राज्य में हिंसा की घटनाओं से संबंधित सीसीटीवी और वीडियो फुटेज जमा करने का आदेश दिया था। रिशड़ा में हुए पथराव के कारण रात 10.06 बजे से हावड़ा-बंडेल सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई। स्थिति में सुधार होने पर सेवा देर रात 01.07 बजे फिर से शुरू की गई। इलाके में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।

बता दें कि रामनवमी समारोह के दौरान गुरुवार और शुक्रवार को हावड़ा जिले के कुछ हिस्सों में हिंसा हुई थी, जिसमें 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए हुगली जिले के रिशरा और सेरामपुर इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई है।

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