गुजरात में ‘जहरीली शराब’ की बिक्री का मुद्दा गरमा गया है। राज्य के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने की वजह से 42 लोगों ने दम तोड़ दिया है, जिसके बाद अब गुजरात सरकार विपक्षी नेताओं के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से कई घर उजड़ गए हैं। राज्य में अरबों की ड्रग्स बरामद हो रही है। ये बहुत चिंता की बात है। आखिर कौन सी ऐसी सत्ताधारी ताकतें हैं, जो इन नशे का कारोबारियों को बचाने की कोशिश कर रही हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘ड्राई स्टेट गुजरात में जहरीली शराब पीने से कई घर उजड़ गए, वहां लगातार अरबों की ड्रग्स भी बरामद हो रही है। ये बेहद चिंता की बात है। बापू और सरदार पटेल की धरती पर ये कौन लोग हैं, जो धड़ल्ले से नशे का कारोबार कर रहे हैं? इन माफिया को कौन सी सत्ताधारी ताकतें संरक्षण दे रही हैं?’
‘ड्राई स्टेट' गुजरात में ज़हरीली शराब पीने से कई घर उजड़ गए। वहां लगातार अरबों की ड्रग्स भी बरामद हो रही है।
ये बेहद चिंता की बात है, बापू और सरदार पटेल की धरती पर, ये कौन लोग हैं जो धड़ल्ले से नशे का कारोबार कर रहे हैं? इन माफिया को कौन सी सत्ताधारी ताक़तें संरक्षण दे रही हैं?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 29, 2022
दरअसल, गुजरात में शराब बंदी लागू हैं, ऐसे में नकली शराब पीने से लोगों की मौत का मुद्दा विपक्ष के निशाने पर है। विपक्षी नेता लगातार बीजेपी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार पर हमला बोल रहे हैं।
इससे पहले, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा, ‘मासूम बच्चों को गुजरात की ज़हरीली शराब ने अनाथ बना दिया। क्या सदन में इनका मुद्दा उठाना गुनाह है? क्या गुजरात के मुख्यमंत्री को इस्तीफा नही देना चाहिए?’ वहीं, आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी मन की बात तो खूब करते हैं, लेकिन ज़हरीली शराब पर चर्चा करने से क्यों भागते हो?’
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बुधवार को कहा था कि 25 जुलाई को प्रदेश के बोटाद में जहरीली शराब पीने के बाद बोटाद और पड़ोसी अहमदाबाद जिले में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद में कम से कम 97 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।