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यादव सिंह की डायरी में सपा, बसपा के नेताओं का नाम

नोएडा विकास प्राधिकरण के निलंबित इंजीनियर यादव सिंह के मामले में सीबीआई को जो दस्तावेज मिले हैं उनमें समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेताओं का नाम शामिल है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक जांच का जो दायरा है वह 2002 से लेकर 2014 तक के बीच तय किया गया है। इस दौरान प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा की सरकारें रही है। सूत्रों के मुताबिक इन सभी दलों के बड़े नेताओं से यादव सिंह का संबंध रहा जिसकी वजह से वह गलत कामों को अंजाम देता रहा।
यादव सिंह की डायरी में सपा, बसपा के नेताओं का नाम

सीबीआई की जांच में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक अभी तो इस बात की पड़ताल की जा रही है कि अपने कार्यकाल में यादव सिंह ने किन लोगों को फायदा पहुंचाया। उसी आधार पर सीबीआई की जांच करेगी। अधिकारी के मुताबिक यादव सिंह ने अपनी डायरी में उन नेताओं का जिक्र भी कर रखा है जिनके कहने पर जमीन का आबंटन हुआ है। सूत्रों के मुताबिक साल 2013 से 2014 के बीच जिन लोगों को ठेका दिया गया उनमें ज्यादातर लोग मैनपुरी, एटा, इटावा और बदायूं से जुड़े हैं। इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि कहीं न कहीं इसमें एक सत्ता के नजदीकी लोग शामिल हैं। 

 

सूत्र बताते हैं कि बसपा की सरकार में भी यादव ने ऐसे ही कई लोगों को फायदा पहुंचाया। डायरी में इस बात का भी ‌जिक्र है कि किसके कहने पर ठेका दिया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के भी एक बड़े नेता जो कि इस समय केंद्र सरकार में मंत्री हैं उनका भी नाम इस सूची में शामिल है जिनके कहने पर यादव सिंह ने ठेका दिया है। डायरी के राज का पता चलने के बाद सपा, बसपा और भाजपा के नेताओं की परेशानियां बढ़ गई हैं। सपा के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बसपा सरकार में यादव सिंह महत्वपूर्ण बने रहे और सपा की सरकार में भी। इससे एक बात तो साफ है कि उसकी पहुंच ऊपर तक है। बहरहाल सीबीआई के हाथ जैसे कागजात लगते जा रहे हैं वैसे-वैसे जांच का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। 

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