उत्तर प्रदेश के संभल जिले में आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और सांसद असदउद्दीन ओवैसी की जनसभा के लिए लगे पोस्टर में संभल को 'गाजियों की धरती' बताये जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। संभल जिले के सिरसी में बुधवार को होने वाली ओवैसी की जनसभा के लिए लगाए गए पोस्टरों में संभल को 'गाजियों की धरती' (इस्लाम के वीर योद्धाओं की धरती) लिखा गया है। इस पर विवाद शुरू हो गया है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इन पोस्टरों पर कड़ा विरोध जताया, जिसके बाद अब ये पोस्टर हटा दिए गए हैं। बीजेपी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल ने इन पोस्टरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ''संभल कभी गाजियों की धरती नहीं रहा। यह ओवैसी का चुनावी स्टंट है। हम उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। हिन्दुस्तान का कोई भी शहर गाजियों का नहीं रहा है और ना ही हम होने देंगे।''
जानें पोस्टर में क्या था
संभल जिले के सिरसी में बुधवार को होने वाली ओवैसी की जनसभा के लिये लगाये गये पोस्टरों में संभल को 'गाजियों की धरती' (इस्लाम के वीर योद्धाओं की धरती) लिखा गया है। इस पर विवाद उत्पन्न हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन पोस्टरों पर कड़ा ऐतराज जताया है, जिसके चलते वे पोस्टर हटा दिए गए हैं।
भाजपा ने कही ये बात
भाजपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल ने इन पोस्टरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'संभल कभी गाजियों की धरती नहीं रहा। यह ओवैसी का चुनावी स्टंट है। हम उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। हिन्दुस्तान का कोई भी शहर गाजियों का नहीं रहा है और ना ही हम होने देंगे।' उन्होंने कहा 'संभल एक पौराणिक शहर है। पुराणों में संभल को लेकर कल्कि अवतार का उल्लेख है लेकिन अगर कुरान में संभल को गाजियों की धरती बताया गया हो तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।' गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पहली बार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने जा रही है। पार्टी ने राज्य की 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसके लिये पार्टी प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी खासे सक्रिय हैं और प्रदेश में जगह-जगह जनसभाएं कर रहे हैं।