अयोध्या में एक ओर भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य जोरो शोरों से प्रारंभ हो चुका है। वहीं दूसरी ओर धन्नीपुर गांव में बनने वाली प्रस्तावित मस्जिद का काम भी जल्द शुरू होने जा रहा है। इस बीच खबरें सामने आ रही हैं कि अयोध्या में बनने वाली मस्जिद को मुगल शासक बाबर के नाम पर समर्पित नहीं किया जाएगा। बल्कि इसे एक स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखा जाएगा।
इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन के अनुसार अयोध्या में बन रही मस्जिद और अस्पताल परिसर का नाम प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी मौलवी अहमदुल्ला शाह फैजाबादी के नाम पर रखा जाएगा, जिनकी मृत्यु 164 साल पहले हुई थी।
बताया गया है कि 1857 के स्वतंत्रता सेनानी को इस मस्जिद के जरिए उचित सम्मान दिया जाएगा। इन्हीं के नाम पर अस्पताल, मस्जिद, म्यूजियम और कम्युनिटी किचन तैयार किया जाएगा।
आईआईसीएफ के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि हम 5 जून को स्वतंत्रता सेनानी अहमदुल्लाह शाह को याद करते हैं। उनके शहादत दिवस पर हमने पूरे प्रोजेक्ट का नाम उनके नाम पर रखने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि यहां बनने जा रहे म्यूजियक के जरिए दिखाया जाएगा कि आजादी की लड़ाई में हिंदू-मुस्लिम ने कदम मिलकर कैसे काम किया था। आजादी के पहले युद्ध के 160 साल बाद भी, अहमदुल्ला शाह फैजाबादी को भारतीय इतिहास में अपना हक मिलना बाकी है।
वह बताते हैं कि मौलवी अहमदुल्लाह शाह को जीते जी अंग्रेज नहीं पकड़ पाए थे। उन्हें पकड़ने के लिए अंग्रेजों ने 50 हजार चांदी के सिक्के देने का ऐलान किया था। जिसकी लालच में शाहजहांपुर के राजा जगन्नाथ सिंह ने मौलवी की हत्या कर उनके सिर को अंग्रेजों को सौप दिया था।