उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में छात्रों पर पुलिस के लाठीचार्ज को लेकर एसएसपी प्रयागराज अजय कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि 25 जनवरी को प्रयाग रेलवे स्टेशन पर लगभग 1000 उपद्रवी तत्वों के जमा होने, रेलवे ट्रैक जाम, रेलवे इंजन में आग लगाने की सूचना मिली। छात्रों को समझाकर वापस भेजा जा रहा था, लेकिन छात्रों के बीच छिपे कुछ उपद्रवी तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया और लॉज में छिप गए। एसएसपी ने बताया कि अपद्रवी तत्वों को चिन्हित करने के लिए पुलिस टीम वहां पर गई और कई लोगों को पकड़ कर लाई।
एसएसपी ने बताया कि एक वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी अनावश्यक बल प्रयोग करते दिख रहे हैं, उनको चिन्हित कर 6 पुलिसकर्मियों (एक निरीक्षक, दो उप निरीक्षक और तीन कांस्टेबल) को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है और कठोरतम विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि उपद्रवी तत्वों के खिलाफ 13 गंभीर धाराओं में थाना कर्नलगंज पर मुकदमा दर्ज हुआ है, 3 नामजद व करीब 1000 अज्ञात उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज हुआ। 11 लोगों की टीम बनाई है, अगर जांच में आता है कि कोई विशेष पार्टी संलिप्त है तो चुनाव आयोग को पत्र लिखेंगे, मुकदमा दर्ज करेंगे।
बता दें कि प्रयागराज में रेलवे की एनटीपीसी (नान टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी) भर्ती परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया था। छोटा बघाड़ा में जुलूस निकालने के साथ प्रयाग स्टेशन पर ट्रेन रोक दी थी। पुलिस के लाठीचार्ज करने पर उन्होंने पथराव किया। पुलिस ने जब घेराबंदी की तो वे लॉज में घुस गए, जहां पुलिस ने दरवाजे तुड़वाकर उनकी पिटाई की। इसमें कई छात्रों को चोटें पहुंची हैं।
वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस घटना को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताते हुए संयम की अपील की है। डिप्टी सीएम ने एक ट्वीट में कहा, 'प्रयागराज में छात्रों के साथ घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी। छात्रों से संयम की अपील है। विपक्ष छात्रों के मामले में राजनीति न करे। जिन लोगों ने छात्रों की आड़ लेकर उपद्रव किया है जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रत्येक छात्र हमारा परिवार है।'