ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए टाला जा सकता है, लेकिन निर्वाचन आयोग ने आज साफ कर दिया कि विधानसभा चुनाव समय पर कराए जाएंगे। निर्वाचन आयोग के अनुसार, सभी पार्टियां चुनाव कराने के पक्ष में है।
मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि महिलाओं और बुजुर्ग मतदातओं के लिए इस बार सुरक्षा का भरपूर व्यवस्था किया जाएगा। चुनाव आयोग यूपी में पहली बार 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, दिव्यांगों और कोविड से जूझ रहे वोटर्स को पोस्टल बैलट से मतदान करने की सुविधा देगी। मतदाता पोस्टल बैलट के जरिये घर बैठे मतदान कर सकेंगे। हालांकि, ये ऑप्शन वैकल्पिक है।
इसको लेकर चुनावी पार्टियां सशंकित हैं। इसपर उन्होंने ने कहा कि पोलिंग बूथ पूरी तरह से सुरक्षित हैं। योग्य मतदाता बूथ पर आकर वोट डालेंगे लेकिन जो बुजुर्ग या कोविड से जूझ रहे मतदाता हैं, वो पोस्टल बैलट के जरिये घर बैठे ही वोट डाल सकेंगे और इसमें पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी।
घर बैठे वोट डालने की क्या होगी प्रक्रिया?
हिंदुस्तान के एक रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग ने बताया कि जो मतदाता घर बैठे वोट देना चाहते हैं, उन्हें इसके लिए एक फॉर्म भरना होगा, फिर उनका नाम राजनीतिक दलों को दिया जाएगा। घर बैठकर वोट देने में पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए आयोग कि टीम वोटिंग प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करेगी।