सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गईं हैं। अपर्णा ने अखिलेश यादव का साथ छोड़ दिया है। बीजेपी में जाने के बाद ये सवाल सब के मन में है कि अपर्णा ने समाजवादी पार्टी आखिर क्यों छोड़ी। अब खुद उन्होंने इसका जवाब दिया है। अपर्णा यादव ने कहा कि बीजेपी में राष्ट्रवाद की बात होती है, जो मुझे बहुत प्रभावित करती है। इसके साथ ही उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए। अपर्णा यादव ने कहा, ''मैंने राष्ट्रवाद की वजह से बीजेपी को चुना। बीजेपी सरकार में महिलाओं को सम्मान मिला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच और दूरदृष्टि से समाज में बहुत ही सकारात्मक बदलाव हुआ है।''
बीजेपी में जाने से परिवार से कोई रोका नहीं? इसपर अपर्णा बोलीं कि हर व्यक्ति अपने हिसाब से सोचने और निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। उन्होंने अपने ससुर मुलायम सिंह यादव को लेकर कहा कि उन्होंने मुझे बेहतर आशीर्वाद दिया है। अपर्णा यादव ने कहा, 'इस डोर टू डोर अभियान के तहत मैं लोगों से बीजेपी को वोट करने की अपील करती हूं। बीजेपी सरकार में मां-बहन सभी सुरक्षित महसूस करते हैं और मैं लोगों से अपील करना चाहती हूं कि एक बार फिर से बीजेपी सरकार बनाइए, 2022 में केसरिया लहरारिये।'
अपर्णा यादव ने आगे कहा कहा कि उनके लिए राष्ट्र का धर्म सबसे पहले और जरूरी है और इसलिए उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है। अपर्णा यादव ने भाजपा में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद किया। अपर्णा ने बीजेपी में शामिल होने के बाद मुलायम सिंह यादव से आशीर्वाद लिया। अपर्णा यादव ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ''भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने के पश्चात लखनऊ आने पर पिताजी/नेताजी से आशीर्वाद लिया।''
अपर्णा ने आगे कहा कि बीजेपी वो पार्टी है जिसने देश को बचाया है। मैं एक नए भारत के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बढ़ना चाहती हूं। यादव ने कहा, 'देश और प्रदेश की उन्नति के लिए बीजेपी जरूरी है। बीजेपी जीतेगी तो देश और प्रदेश दोनों की तरक्की होगी। गरीबों का कल्याण होता रहेगा, बहू-बेटियां सुरक्षित रहेंगी, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का संकल्प पूरा होता रहेगा।'
बता दें कि समाजवादी पार्टी छोड़कर दिल्ली में बीते दिनों बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद लखनऊ में अपर्णा यादव बीजेपी कार्यालय में आई थीं।