लखनऊ के कैसरबाग कोर्ट के भीतर गैंगस्टर संजीव महेश्वरी जीवा को गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली कांड में चार पांच लोगों की घायल होने की भी खबर है। बताया जा रहा है कि हमलावर वकील की ड्रेस में था। फायरिंग के बाद शूटर को गिरफ़्तार किया गया है। राहुल राज (डीसीपी पश्चिम) ने इस बात की जानकारी दी है।
सीएमओ की ओर से यह जानकारी दी गई है कि लखनऊ सिविल कोर्ट फायरिंग की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी टीम गठित की गई है जिसमें एडीजी टेक्निकल मोहित अग्रवाल, ज्वाइंट सीपी नीलाब्जा चौधरी और अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार शामिल हैं।
लखनऊ सिविल कोर्ट फायरिंग की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी टीम गठित की गई है जिसमें एडीजी टेक्निकल मोहित अग्रवाल, ज्वाइंट सीपी नीलाब्जा चौधरी और अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार शामिल हैं: सीएमओ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 7, 2023
लखनऊ सिविल कोर्ट फायरिंग पर स्पेशल डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि जैसे संजीव जीवा 3:50-3:55 बजे के बीच कोर्ट में प्रवेश करने का प्रयास किया वैसे ही वकील के वेश में एक व्यक्ति ने उस पर फायरिंग की। उस फायरिंग के दौरान संजीव जीवा घायल हुआ, 2 पुलिस कांस्टेबल,एक महिला और उसके साथ आई उसकी 1.5 वर्षीय बच्ची घायल हो गई। संजीव जीवा का उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। पुलिस कांस्टेबल,महिला और उसकी बच्ची सब की हालत स्थिर हैं। फायरिंग करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं, इस मामले पर एडीजी पीयूष मोर्दिया ने बताया कि घायल की स्थिति स्थिर है, इलाज जारी है। पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। दोनों सिपाही और बच्ची भी ठीक हैं। इलाज के बाद पूछताछ की जाएगी।
ज़िलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि संजीव उर्फ जीवा को गोली मारी गई है और उसको मृत घोषित किया गया है। घटना में 8-10 साल की बच्ची को भी चोट आई है। बच्ची की स्थिति स्थिर है और उसका उपचार KGMU में चल रहा है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है और उसकी स्थिति गंभीर है। घटना के दौरान कितने लोग थे उसकी जांच चल रही है और उनके ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई होगी।
संजीव महेश्वरी जीवा पश्चिम यूपी का कुख्यात गैंगस्टर था। पुलिस ने एक हमलावर को हिरासत में लिया है। संजीव महेश्वरी बीजेपी नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड का आरोपी था। पेशी के लिए संजीव को कोर्ट में लाया गया था। घटना के बाद वकीलों में आक्रोश है। वकीलों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।
बताया जा रहा है कि मारे गए अपराधी को अपराध की दुनिया में डॉक्टर के नाम से जाना जाता था। यह मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला था।
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में गैंगस्टर अतीक अहमद की गोली मारकर हत्या के दो महीने बाद कोर्ट परिसर में यह हत्या हुई है। हत्या के बाद एक बार फिर पुलिस सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।