राजस्थान के विपक्षी नेता टीकाराम जूली ने रविवार को भाजपा पर लोगों को धर्म और जाति के नाम पर लड़ाने के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को मंदिर के 'शुद्धिकरण' के लिए निलंबित कर दिया गया है और जल्द ही उन्हें बहाल कर दिया जाएगा।
आहूजा ने पिछले सप्ताह राजस्थान के अलवर में राम मंदिर के 'शुद्धिकरण' के लिए मंदिर में गंगा जल छिड़का था। इससे एक दिन पहले कांग्रेस के टीकाराम जूली ने मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लिया था। जूली समेत कांग्रेस के नेताओं ने इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे दलित का अपमान बताया।
आहूजा ने अपने कृत्य में जाति से संबंधित कोई पहलू नहीं होने का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं को ऐसे समारोहों में शामिल होने का 'कोई नैतिक अधिकार' नहीं है, क्योंकि पार्टी के नेतृत्व ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था और पिछले साल अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का 'बहिष्कार' किया था। भाजपा ने आहूजा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता जूली ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ज्ञानदेव आहूजा को पहले भी भाजपा से निलंबित किया गया था और बाद में उन्हें बहाल कर दिया गया था। जूली ने कहा, "इस बार भी ऐसा ही होगा। जनता सब समझती है।"
अजमेर जिले के किशनगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा, "लोगों को कभी धर्म के नाम पर तो कभी जाति के नाम पर लड़ाना ही उनका एजेंडा है।" जयपुर से अजमेर जाते समय जूली कुछ देर के लिए किशनगढ़ में रुके। उन्होंने किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी के साथ राजकीय यज्ञ नारायण अस्पताल के ब्लड बैंक में आयोजित रक्तदान शिविर में भाग लिया।
आहूजा की कार्रवाई के बारे में जूली ने कहा कि न तो मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और न ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर ने इस बारे में एक शब्द कहा। कांग्रेस नेता ने कहा, "आहूजा का निलंबन महज दिखावा है। इसे भी वापस लिया जाएगा।" भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राठौर ने पहले कहा था कि पार्टी आहूजा के बयान और कार्रवाई का समर्थन नहीं करती। जूली ने कहा, "चाहे मदन दिलावर का आदिवासियों का डीएनए टेस्ट करवाने का बयान हो या ज्ञानदेव आहूजा का मंदिर को गंगाजल से शुद्ध करने का काम, इन सबका एक तय एजेंडा है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान की भाजपा सरकार बार-बार बिजली और पानी के बिल बढ़ाने की बात कर रही है और पेंशन भुगतान रोक रही है। उन्होंने कहा, "यह सरकार केवल गरीबों पर ध्यान देती है। अगर कुछ करना है तो अमीरों पर करो।" बीकानेर में भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर कालिख पोतने की घटना की निंदा करते हुए जूली ने मांग की कि राज्य सरकार इस मामले का तत्काल संज्ञान ले और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करे।
विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, "यह अपमान है, यह अत्याचार है, यह असहनीय है... यह दलितों की पहचान और संविधान पर गहरा आघात है।" जूली ने कहा, "बाबासाहेब अंबेडकर सिर्फ एक व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि करोड़ों दलितों, वंचितों और शोषितों की उम्मीद और आवाज हैं। उनकी प्रतिमा पर हमला संविधान पर हमला है, जिसने हमें समानता, समता और न्याय का अधिकार दिया है।" जूली ने कहा, "भाजपा राज में महापुरुषों का लगातार अपमान हो रहा है। यह न सिर्फ चिंताजनक है, बल्कि असहनीय भी है। ऐसी घटनाएं न सिर्फ समाज को बांटने की कोशिश हैं, बल्कि भारत की लोकतांत्रिक बुनियाद पर भी हमला हैं।"