साहित्य अकादमी ने गुरुवार को वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा कर दी। इस बार यह पुरस्कार 24 भारतीय भाषाओं में 24 लेखकों को दिया गया। साहित्य अकादमी के सचिव के श्रीनिवासराव ने बताया कि सात उपन्यास, पांच कविता, पांच लघु कहानियां, पांच आलोचना और एक नाटक एवं एक निबंध को इस बार पुरस्कार के लिए चुना गया। इन रचनाओं के लेखक को अगले साल 12 फरवरी को आयोजित होने वाले समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
उपन्यास
ममांग दई को उनके अंग्रेजी उपन्यास "द ब्लैक हिल", निरंजन मिश्रा को संस्कृत उपन्यास "गंगापुत्रवदनम्", केपी रामनुन्नी को मलयाली में दईवाथिंते पुस्थकम, और पंजाबी में "स्लो डाउन" के लिए नछत्तर को सम्मान मिला।
कविता
उदय नारायण सिंह (मैथिली), श्रीकांत देशमुख (मराठी), भुजंग तुडू (संथाली), इंकलाब (तमिल) और देवप्रिया (तेलुगू)।
लघु कहानियां
पांच लेखकों को उनकी लघु कहानियों के लिए सम्मानित किया गया। इनके नाम हैं- शिव मेहता (डोगरी), अवतार कृष्ण रहबर (कश्मीरी), गजानन जोग (कोंकणी), गायत्री सर्राफ (उड़िया) और बेग एहसास (उर्दू)।
साहित्यिक आलोचना
रमेश कुंतल मेघ (हिंदी), टीपी अशोक (कन्नड़), उर्मि घनश्याम देसाई (गुजराती), बीना हंगखिम (नेपाली) और नीरज दैया (राजस्थानी) को आलोचना के क्षेत्र में चुना गया।
वहीं, जगदीश लछानी (सिंधी) को निबंध और राजेन तोइजांबा (मणिपुरी) को उनके नाटक के लिए यह सम्मान देने की घोषणा की गई।
विजेताओं को मिलेंगे एक लाख रुपए
यह सम्मान 1 जनवरी 2011 और 31 दिसंबर 2015 के बीच प्रकाशित रचनाओं को दिया गया है। इसके तहत एक लाख रुपये बतौर पुरस्कार राशि मिलती है।