पीरजादा अरशद फरीदी फतेहपुर सीकरी में शेख सलीम चिश्ती दरगाह के 17वें 'सज्जादा नशीन' बनने जा रहे हैं। आध्यात्मिक नेतृत्व के हस्तांतरण का प्रतीक 'दस्तारबंदी' (पगड़ी बांधने की रस्म) ऐतिहासिक सूफी दरगाह पर सोमवार को होगी, जो 80 वर्षों में इस तरह की पहली रस्म होगी।
दरगाह के प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बताया कि पिछली बार यह रस्म 1945 में आयोजित की गई थी, जब फरीदी के पिता रईस मियां को सात साल की उम्र में 'सज्जादा नशीन' नियुक्त किया गया था।
इस समारोह में विभिन्न दरगाहों से सज्जादा नशीन के आने की उम्मीद है, जिसमें अजमेर शरीफ के सज्जादा नशीन सैयद जैनुल आब्दीन विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। 'दस्तारबंदी' समारोह में पीरजादा फरीदी आधिकारिक तौर पर प्रसिद्ध दरगाह की जिम्मेदारी संभालेंगे। इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं और आध्यात्मिक नेताओं की बड़ी भीड़ जुटने की उम्मीद है।