भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को दिल्ली के किसान घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने किसानों और ग्रामीण भारत के प्रति सिंह के आजीवन समर्पण को याद किया और कृषक समुदाय से उत्पादन से आगे बढ़कर कृषि व्यापार में प्रवेश करने का आग्रह किया।
मीडिया से बात करते हुए उपाध्यक्ष धनखड़ ने कहा, "चौधरी साहब का पूरा जीवन किसानों और गांवों को समर्पित था। उन्होंने आजादी से पहले भी किसानों के लिए काम किया।उन्होंने उन किसानों को मालिकाना हक दिलाने में अहम भूमिका निभाई, जो खेती में काम तो करते थे, लेकिन उस पर उनका अधिकार नहीं था।
उन्होंने चौधरी चरण सिंह को एक दूरदर्शी नेता बताया जिन्होंने कृषि सुधार के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका योगदान राजनीति से परे था और उन्होंने भूमि स्वामित्व तथा ग्रामीण सशक्तिकरण पर गहरा प्रभाव डाला।
इस बीच, विकास की व्यापक परिभाषा की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए, धनखड़ ने कहा, "आज, यह आवश्यक है कि जब हम विकसित भारत के बारे में बात करते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि हमारी अर्थव्यवस्था की रैंक क्या है। विकसित भारत को परिभाषित करने और इसे जमीनी हकीकत बनाने के लिए, सभी की आय को 8 गुना बढ़ाने की जरूरत है।"
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे आगे की ओर देखें और केवल कृषि गतिविधियों तक ही सीमित न रहें।उन्होंने कहा, "किसानों को दूरदर्शी होने की जरूरत है। आज हमारे किसान सिर्फ उत्पादन तक ही सीमित हैं, लेकिन मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि यही समय है कि वे कृषि या पशुपालन से जुड़े सबसे बड़े व्यापार में शामिल हों।