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होली का त्योहार और गुझिया

होली का त्योहार आते ही फागुनी मस्ती में मिठास घुल जाती है। इस मिठास का स्वाद और बढ़ जाता है जब इसमें गुझिया की खुशबू और रंगत भी शामिल हो जाते हैं। होली के पर्व पर यह खास पकवान घर-घर बनाया जाता है।
होली का त्योहार और गुझिया

होली का त्योहार आते ही रंग, गुलाल और गुझिया का माहौल बन जाता है। रंगों में सराबोर माहौल में गुझिया की मिठास खास होती है। गुझिया को गुजिया या गुंजिया भी कहा जाता है। यह एक प्रकार का मीठा पकवान है जो मैदे और खोए यानी मावे से बनाया जाता है। वैसे उत्तर प्रदेश और बिहार में होली के अवसर पर गुझिया बनाई जाती है जबकि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में दीपावली के त्योहार में इसे बनाने की परंपरा है। नाम भी खूब सारे हैं। बिहार में इसे पिड़ुकिया कहते हैं तो महाराष्ट्र में करंजी। छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में गुझिया को कुसली कहा जाता है। गुझिया मावे और रवे के मीठे मसाले से बनाई जाती है। इस मसाले को कसार कहा जाता है। तली हुई गुझिया के अलावा चाशनी में पाक कर बनाई गुझिया का स्वाद भी अलग होता है। मीठी गुझिया जब मुंह में जाकर घुलती है तो यह किसी भी मीठे पकवान को मात कर देती है। वैसे तो गुझिया में प्रयोग करना चाहें तो कोई भी मसाला भरा जा सकता है पर मावे की गुझिया की बात ही अलग होती है।

इस बार होली पर मावे की स्वादिष्ट गुझिया बनाइए और खुद के साथ मेहमानों को भी खुश कीजिए।

विधि

मावा – 400 ग्राम,

सूजी – 100 ग्राम,

घी – 2 बड़े चम्मच,

चीनी – 400 ग्राम,

काजू – 100 ग्राम (टुकड़ों में कटे हुए)

किशमिश – 50 ग्राम

छोटी इलायची – 2 (पाउडर बना लें)

सूखा नारियल – 100 ग्राम (कद्दूकस कर लें)।

विधि

मावा को गुलाबी होने तक कढ़ाही में भूनें और निकाल लें। कढ़ाई में घी डाल कर, सूजी को हल्का सुनहरा होने तक भूनें और चीनी पीस लें। अब मावा, सूजी, चीनी और मेवों को अच्छी तरह मिला लें। गुझियों में भरने के लिए मिश्रण तैयार है।

गुझिया का आटा तैयार करने के लिए मैदा लें और इसमें दो बड़े चम्मच दूध और एक बड़ा चम्मच घी का मोयन डालें। हल्के हाथ से आटा गूंथें। न आटा बहुत सख्त हो न नर्म। आटे को आधा घंटे के लिए गीले कपड़े से ढककर रख दें। आधे घंटे बाद आटे को फिर से हथेली की सहायता से मसलें और छोटी-छोटी लोई बनाएं। अब छोटी-छोटी पूरी की तरह बेलें। एक गोल पूरी उठाकर उसमें बड़ा चम्मच रखें और दूसरा सिरा पकड़ कर मोड़ दें। यदि आटा सख्त लगे तो पानी की सहायता से चिपकाएं। अब गुझिया काटने वाले चाकू से अतिरक्त पपड़ी हटा दें। चाहें तो आप सांचे से भी गुझिया बना सकती हैं। जब 10-15 गुझिया बन जाए तो मोटे तले की कढ़ाई में घी गरम करें और मद्धम आंच पर गुझिया तल लें। हल्की गुलाबी होने पर घी से निकालें और ठंडी होने के बाद हवाबंद डिब्बे में रख दें। 

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