श्रीनगर के जिलाधिकारी की ओर से दो अक्तूबर को जारी आदेश के जरिए पाबंदी लगाने के बाद अखबार ने पहली बार अपना प्रकाशन और वितरण आज शुरू किया।
जिलाधिकारी के आदेश में आरोप लगाया गया था कि कश्मीर रीडर का प्रकाशन घाटी में शांति के लिए खतरा है जो जुलाई में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को मार गिराने के बाद से अशांति के दौर से गुजर रही थी।
इस अखबार पर से प्रतिबंध हटाने को नव गठित कश्मीर एडिटर्स गिल्ड की पहली सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। यह घाटी के सभी प्रमुख दैनिक और साप्ताहिक प्रकाशनों का संयुक्त संगठन है।
एजेंसी