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विरोध के बाद एएमयू प्रशासन का आदेश, रमजान में गैर-मुस्लिम छात्र नहीं रहेंगे भूखे

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में ब्रेकफास्ट-लंच नहीं दिए जाने का मसला सोशल मीडिया पर गरमा रहा है। प्रशासन पहले ऐसी किसी घटना से इंकार करता रहा, लेकिन तथ्य सामने आने के बाद नया आदेश जारी किया गया। अब छुट्टियां शुरू होने तक छात्रों की मांग पर दोपहर का खाना उपलब्ध कराया जाएगा।
विरोध के बाद एएमयू प्रशासन का आदेश, रमजान में गैर-मुस्लिम छात्र नहीं रहेंगे भूखे

प्रशांत पटेल ने सोशल मीडिया पर शेयर किया कि एएमयू के हॉस्टल में हिंदू छात्रों को ब्रेकफास्ट-लंच नहीं दिया जा रहा है। वर्क टाइम भी बदल दिया गया है।

यह संदेश सोशल मीडिया पर आते ही वायरल होने लगा। देखते ही देखते हजारों लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी और अपना विरोध दर्ज कराया।

प्रशांत पटेल से जब यह पूछा गया कि उन्हें कैसे मालूम कि एएमयू में खान नहीं मिल रहा है तो पटेल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि, "वे एएमयू में कुछ छात्रों को जानतेे हैं। यह हर साल की बात है। हिंंदूू छात्र खुलकर अपनी बात नहीं कहते हैं।"

 

एएमयू में पढ़ने वाले छात्र राजेश्वर ने एक न्यूज चैनल को बताया,  “सुबह का नाश्ता और दोपहर का खाना यहां नहीं मिलता, आस पास के होटलों में खाना पड़ता है। सुबह तीन बजे उठ कर संभव नहीं है कि नास्ता किया जाए। जो छात्र रोजा नहीं रखते उनके लिए ये समस्या है।”

क्या कहते हैं एएमयू से जुड़े लोग?

एएमयू के डाइनिंग हॉल के इंचार्ज शमसुद्दीन ने एक न्यूज चैनल को बताया, “आम दिनों में सुबह 7 बजे से 9 बजे तक नाश्ता और दोपहर 12 बजे से दोपहर 2.30 तक लंच होता है लेकिन रमजान के महीने में छात्रों को सिर्फ सुबह की सहरी और डिनर दिया जाता है।”

वहीं यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली नदीम रिजवी ने एक वेबसाइट को बताया,  “ऐसी कोई बात नहीं है, बस टाइम थोड़ा बदल गया है। और ये बहुत पुरानी परंपरा है। पहले भी होता था। पर जो लोग रोजा नहीं रखते, उनको कोई दिक्कत नहीं होती है।

एएमयू के जनसंपर्क से जुड़े प्रो. शैफे किदवई इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पहले किसी छात्र ने इस तरह की मांग नहीं की, लेकिन अगर कोई हॉस्टल में लंच की मांग करता है तो उसे खाना दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यहां कई कैंटीन भी हैं, जिनमेंं छात्र खाना ले सकते हैं। 

अब उपलब्ध कराया जाएगा खाना

पहले प्रशासन द्वारा इस तथ्य को नकारा जाता रहा कि गैर-मुस्लिम छात्रों को भोजन के संबंध में कोई दिक्कत हो रही है। फिर सोशल मीडिया के जरिए मामला प्रकाश में आने से कुछ मीडिया चैनल ने भी इस मसले पर प्रबंधन से बात की। अब एएमयू प्रबंधन द्वारा आदेश निकाला गया, "अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासन ने ये फैसला किया है कि गर्मी की छुट्टियां शुरू होने तक विश्वविद्यालय के छात्रावासों में मांगने पर दोपहर का खाना उपलब्ध करवाया जाएगा।”

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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