इस दौरान गूगल ने कहा है कि,“न्यूरल मशीन ट्रांसलेशन पर आधारित यह प्रणाली अंग्रेजी और नौ ज्यादातर इस्तेमाल होने वाली भारतीय भाषाओं हिंदी, बांग्ला, मराठी, तमिल, तेलुगू, गुजराती, पंजाबी, मलयालम और कन्नड़ में अनुवाद कर पाएगी।“ इसके बारे में बताया गया कि नई प्रौद्योगिक टुकड़ों में नहीं बल्कि पूरे वाक्य का अनुवाद करेगी जिससे बेहतर अनुवाद उपलब्ध हो सकेगा। यह नई अनुवाद क्षमता गूगल सर्च और मैप के लिए मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों पर उपलब्ध होगी। गूगल के भारत एवं दक्षिण पूर्व एशिया उपाध्यक्ष राजन आनंदन ने संवाददाताओं से कहा, “भारत में 23.4 करोड़ भारतीय भाषा के प्रयोगकर्ता हैं, जो ऑनलाइन हैं, जबकि अंग्रेजी वेब के प्रयोगकर्ताओं की संख्या 17.5 करोड़ है। अगले चार साल में 30 करोड़ और भारतीय भाषाओं के प्रयोगकर्ताओं के ऑनलाइन आने की उम्मीद है।“
गौरतलब है कि गूगल द्वारा भारतीय भाषाओं में फीचर उपलब्ध कराने और इस प्रणाली को अधिक मजबूत बनाने की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। इससे पहले गूगल में सर्च के सीनियर वॉइस प्रेज़िडेंट अमित सिंघल ने कहा था, ''गूगल में हमारा मकसद दुनिया की जानकारी हर जगह पहुंचाना है। इसमें भारत के वे करोड़ों लोग भी शामिल हैं, जो पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले हैं। इसके लिए गूगल के कई कदमों में से एक हिंदी वॉइस सर्च है, जो भारतीय भाषा के यूज़र्स को सशक्त करेगा और विज्ञापन देने वाले भी आर्थिक-सामाजिक संभावनाओं का फायदा उठा सकेंगे।''
बता दें कि गूगल में हर महीने 50 लाख नए उपयोक्ता शामिल होते हैं और इनमें से 100 प्रतिशत मोबाइल उपकरणों के जरिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस गति से भारत में उपभोक्ताओं की संख्या के लिहाज से अगले 12 महीने में अमरीका को पीछे छोड़ देगा।’