केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को कहा कि नापाक इरादे वाले कुछ लोगों ने घाटी में फिर से "अलगाववाद और आतंकवाद को भड़काने" की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय पहलगाम हमले के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में पर्यटन पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
केंद्रीय पुरातत्व सलाहकार बोर्ड (सीएबीए) की बैठक के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह और उनका कार्यालय केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव और पर्यटन सचिव के साथ "लगातार संपर्क" में हैं और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को एक प्रमुख पर्यटक स्थल पर आतंकवादियों ने हमला किया, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे और कई अन्य घायल हो गए। मृतकों में दो विदेशी (यूएई और नेपाल से) और दो स्थानीय लोग शामिल हैं।
शेखावत ने कहा कि कल पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले तथा इसमें कई निर्दोष लोगों की जान जाने से पूरा देश दुखी और आहत है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस कायराना घटना से हमारी भावनाएं आहत हुई हैं। लेकिन कुछ लोग अपने नापाक इरादे से कश्मीर में फिर से अलगाववाद और आतंकवाद भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।’’
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्रा बीच में छोड़कर स्वदेश लौट आए और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने अन्य कार्यों को टालकर श्रीनगर पहुंचे तथा "इस हमले पर उनका रुख स्पष्ट रूप से भारत और प्रधानमंत्री के आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता के दृष्टिकोण को दर्शाता है।"
शेखावत ने कहा कि जैसा कि दोनों ने कहा है, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस हमले के लिए जिम्मेदार प्रत्येक व्यक्ति को "कठोरतम सजा" मिले।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के जरिए भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि भारत विरोधी गतिविधियां, चाहे वे भारतीय धरती से हों या देश के बाहर से, भारत अब बर्दाश्त नहीं करेगा।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने हमले के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर सरकार और पर्यटन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया है, शेखावत ने कहा, "मैं हर किसी के संपर्क में हूं, मेरा कार्यालय भी, मेरे सचिव भी जम्मू-कश्मीर के पर्यटन सचिव और जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव के संपर्क में हैं।"
उन्होंने कहा, "हम लगातार संपर्क में हैं और इस पर नजर रख रहे हैं। हम इस घटना के कारण कश्मीर में पर्यटन और पूरे देश में पर्यटन को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे।"