यूपी में लखीमपुर खीरी घटना को लेकर सियासत गरमाई हुई है। विपक्षी दल के कई नेता किसानों और पीड़ित परिवारों से मिलने की कोशिश कर रहे हैं। । हालांकि कानून व्यवस्था खराब होने का हवाला देते हुए प्रशासन ने उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं दी है। इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के बाद अब लखीमपुर खीरी जाने के लिए लखनऊ में अपने घर के बाहर धरने पर बैठे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
लखीमपुर खीरी जाने से रोके जाने पर अखिलेश ने धरने पर बैठ कर कहा कि इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया जितना भाजपा की सरकार किसानों पर कर रही है। गृह राज्य मंत्री को इस्तीफ़ा देना चाहिए और उपमुख्यमंत्री जिनका कार्यक्रम था उन्हें भी इस्तीफ़ा देना चाहिए। जिन किसानों की जान गई है उन्हें 2 करोड़ रुपये की मदद हो, परिवार की सरकारी नौकरी हो।
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प्रियंका को हिरासत में लेने के बाद थाने में जिलाधिकारी विशाल भरद्वाज और एसपी आरपी सिंह प्रियंका गांधी को लेकर हरगांव थाने लेकर पहुंचे। जिसके बाद सीतापुर पुलिस ने प्रियंका गांधी को सेकेंड बटालियन पीएसी के गेस्ट हाउस में रखा है।
इसके अलावा वहीं प्रशासन ने छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस.रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देने की बात कही है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर राज्य से किसी को भी लखीमपुर खीरी नहीं जाने देने का अनुरोध किया। लखीमपुर खीरी में कल हिंसा में 8 लोगों की मौत के बाद सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई थी।
बता दें कि लखीमपुर में रविवार को दो मंत्रियों के दौरे को लेकर भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई है। इनमें चार किसान हैं। इस मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।