मीडिया में लगातार बदलते चुनाव पूर्व सर्वेक्षण भी पार्टियों की जोड़-तोड़ से परे नहीं लग रहे हैं। इनमें से कई सर्वेक्षणों की विश्वसनीयता संदेह के घेरे में है। कौन जीतेगा-हारेगा, इस बात को लेकर सट्टेबाज भी अपना दांव चल रहे हैं। इन दांवों में बीजेपी पर आप का पलड़ा भारी है।
इन चुनावों की एक और खासियत है कि पहली बार तमाम प्रमुख विपक्षी पार्टियां आप के साथ लामबंद हो गई है। जनता परिवार से लेकर तीन वामपंथी पार्टियां और तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली में आप को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। इससे साफ है कि भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए इन तमाम पार्टियों को आप में संभावनाएं दिख रही हैं। इनके अलावा, अल्पसंख्यक समुदायों के विभिन्न संगठनों ने भी आप को समर्थन देने की घोषणा की है।
पूरी दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों में चुनाव प्रचार की निर्धारित सीमा खत्म होने के बाद घर-घर जाकर जन संपर्क का काम चल रहा है। आम मतदाताओं के बीच भी तमाम सर्वेक्षणों में आ रहे परिवर्तन भी कौतुहल का विषय बने हुए हैं।
मिसाल के तौर पर 3 फरवरी तक तकरीबन तमाम सर्वेक्षण आम आदमी पार्टी (आप) को बढ़त दिखा रहे थे तो 4 फरवरी को अचानक यह बढ़त भारतीय जनता पार्टी (भाजपा के पास चली गई। यह भी अनायास नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की जनता को इन सर्वेक्षणों पर भरोसा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये–बाजारू लोगों द्वारा किए गए है।
इस फटकार के बाद से ही तमाम सर्वेक्षणों में भाजपा को बढ़त मिल गई। रिसर्च एंड डेवलपमेंट इनिशिएटिव द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार दिल्ली में भाजपा को 41-45 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत मिल रहा है और आप 21-25 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रहेगी। जबकि इंडिया टूडे-सीसरो के सर्वेक्षण के अनुसार आप की सरकार बन रही है और उसे 38-46 सीटे मिल रही है और भाजपा 19-25 सीटों तक सिमट रही है। गौरतलब है कि पिछली बार दिल्ली चुनावों में आप को 28 सीटें और 29.5 फीसदी वोट प्रतिशत मिला था। इस बार दोनों में इजाफा होने की उम्मीद बताई जा रही है।
सट्टा बाजार भी गर्म है और आउटलुक को मिली खबरों के मुताबिक सबसे ज्यादा मजबूत आप है। आप का रेट चल रहा है 1.30 रुपये है, तो भाजपा 2.30 रुपये और कांग्रेस पर 12 रुपये का रेट है। सट्टाबाजार आप को 46 सीटें, भाजपा को 20 और कांग्रेस को 4 सीटें दे रहा है।
इस बीच भाजपा और आप में झड़पों की खबरें भी आ रही हैं। कल रात दिल्ली विश्वविद्यालय के पास चुनाव पर फिल्म बना रहे फिल्मकार सूरज नंदन पर भाजपा समर्थकों ने हमला बोला और उनकी पिटाई कर दी। उनका कीमती कैमरा भी तोड़ दिया गया। त्रिलोकपुरी में भी झड़पों की खबरें आई हैं। मतदान से पहले आर-पार की लड़ाई के लिए पार्टियां अपने कार्यकर्ताओं के साथ मुस्तैद नजर आ रही हैं।