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भाजपा ने पहली बार जाति बताकर जारी की पदाधिकारियों की लिस्ट, शिवराज और सिंधिया की भी बनाई कैटेगरी

मध्य प्रदेश के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने मंगलवार देर रात प्रदेश कार्यसमिति की घोषणा की।...
भाजपा ने पहली बार जाति बताकर जारी की पदाधिकारियों की लिस्ट, शिवराज और सिंधिया की भी बनाई कैटेगरी

मध्य प्रदेश के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने मंगलवार देर रात प्रदेश कार्यसमिति की घोषणा की। जिसमें पहली बार ऐसा हुआ कि सदस्यों के नाम के आगे उनकी जाति का उल्लेख किया गया था। हालांकि  ज्यादातर नेताओं की जाति भी गलत बताई गई थी। जाति के आधार पर सूची जारी  करने के तुरंत बाद ही विवाद पैदा हो गया, जिसको देखते हुए उस सूची को वापस लेकर नई सूची जारी की गई।

भाजपा के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि पदाधिकारियों के नाम के आगे उनका वर्ग जाति को बताया गया हो। हालांकि इसमें भाजपा के बड़े नेताओं की जातियां भी गलत बताई गई थी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय वैश्य हैं, लेकिन उनके नाम के आगे ब्राह्मण लिखा हुआ था। विवाद बढ़ने के बाद पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता लोकेंद्र पाराशर का  कहना है कि पहली लिस्ट गलती से जारी हो गई थी, उसे सुधार कर दोबारा जारी किया गया है।

प्रदेश कार्यसमिति

प्रदेश कार्यसमिति में 162 सदस्य, 218 विशेष आमंत्रित सदस्य, 23 स्थाई आमंत्रित सदस्य हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम नहीं है। स्थाई आमंत्रित सदस्यों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत,  केंद्रीय मंत्री नरेद्र सिंह तोमर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सुमित्रा महाजन, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद प्रधान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे विक्रम वर्मा,  सत्यनारायण जटिया और प्रभात झा को शामिल किया गया है। इसके साथ ही लिस्ट में सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, गृह एवं संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा और लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव समेत  पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य, ओमप्रकाश ध्रुवे, सांसद सुधीर गुप्ता, पूर्व मंत्री माया सिंह, जयभान सिंह पवैया, कृष्ण मुरारी मोघे, माखन सिंह और भगवत शरण माथुर को शामिल किया गया है।

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