निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के समर्थकों ने हाल ही में हुई बिहार पीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर शुक्रवार को पटना के एक स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन किया।
एक अधिकारी ने बताया कि वे सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और कुछ देर के लिए पटरियों पर बैठ गए, जिससे ट्रेनों की आवाजाही में देरी हुई।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्रा ने पीटीआई-भाषा को बताया, "प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे सचिवालय हॉल्ट स्टेशन पर बक्सर-फतुहा पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन 20 मिनट तक रुकी रही और उसके बाद वह स्टेशन से रवाना हो गई।"
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) को रद्द करने की मांग को लेकर गुरुवार से आमरण अनशन पर हैं।
किशोर का धरना स्थल गर्दनी बाग से बमुश्किल कुछ किलोमीटर की दूरी पर है, जहां सिविल सेवा अभ्यर्थी करीब दो सप्ताह से चौबीसों घंटे धरना दे रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि प्रशासन ने कहा कि गांधी मैदान में आमरण अनशन "अवैध है, क्योंकि यह विरोध प्रदर्शन के लिए निर्दिष्ट स्थल नहीं है।"
जिला पुलिस ने गुरुवार को प्रतिबंधित स्थल पर प्रदर्शन के लिए किशोर और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
किशोर ने गुरुवार को कई समर्थकों के साथ कहा, "मेरी प्राथमिक मांग, निश्चित रूप से, 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा को रद्द करना और एक नई परीक्षा आयोजित करना है। मैंने ऐसे आरोपों के बारे में भी सुना है कि परीक्षा द्वारा भरे जाने वाले पदों को वस्तुतः बिक्री पर रखा गया था। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।"
भाकपा (माले) लिबरेशन ने यह भी घोषणा की कि उसकी छात्र शाखा आइसा, समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ मिलकर, इस मुद्दे पर "नीतीश कुमार को अपनी चुप्पी तोड़ने के लिए मजबूर करने" हेतु दिन में मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करेगी।
गौरतलब है कि 13 दिसंबर को हुई परीक्षा में पांच लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे। यहां बापू परीक्षा परिसर केंद्र पर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए परीक्षा का बहिष्कार किया था।
बीपीएससी ने इस आरोप को साजिश करार दिया, हालांकि बापू परीक्षा परिसर केंद्र पर परीक्षा देने वाले 10,000 से अधिक अभ्यर्थियों के लिए नए सिरे से परीक्षा का आदेश दिया गया। इन अभ्यर्थियों को 4 जनवरी को शहर भर में 22 नए निर्धारित केंद्रों पर उपस्थित होने के लिए कहा गया है।