केंद्र सरकार द्वारा महादेव सट्टेबाजी ऐप को बंद करने के एक दिन बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर ऐप प्रवर्तकों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया और दावा किया कि उन्होंने उस ऐप को प्रतिबंध कर दिया है, जो पहले से ही भारतीय सर्वर में उपलब्ध नहीं है।
राजधानी रायपुर में संवाददाताओं से बघेल ने कहा कि केंद्र को देश में ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे फर्जी बैंक खातों की पहचान करनी चाहिए और उन्हें रद्द करना चाहिए, तभी ऐसे कृत्यों को नियंत्रित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहले ही कह चुका हूं कि छत्तीसगढ़ चुनाव में अपनी हार की आशंका को देखते हुए भाजपा ने ईडी और आयकर विभाग (आईटी) को आगे किया हुआ है। ईडी मुख्य भूमिका में है.. जिस व्यक्ति (असीम दास का जिक्र) को गिरफ्तार किया गया है, वह भाजपा का करीबी बताया जाता है और वाहन (जिसमें पैसा जब्त किया गया) भी किसी भाजपा नेता का है। ईडी, जिसने कार्रवाई की है वह भी भाजपा की एक शाखा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक ऑनलाइन सट्टेबाजी पूरी तरह से बंद नहीं हो जाती, कुछ भी रुकने वाला नहीं है। इस खेल में शामिल लोगों ने देश में लाखों फर्जी बैंक खाते खोले हुये हैं, जिनमें मोटी रकम का लेन-देन होता है। अधिकांश खाते राष्ट्रीयकृत बैंक में हैं और ये खाते अल्पावधि में बंद हो जाते हैं। केंद्र को ऐसे खातों की पहचान करनी चाहिए, उन्हें बंद करना चाहिए और रकम को जब्त करना चाहिए, तभी ऑनलाइन सट्टेबाजी पर नकेल कसी जा सकती है।’’
बघेल ने कहा, ‘‘हमने लगभग चार हजार फर्जी बैंक खाते बंद कर दिए हैं। दो साल से जांच चल रही है। छत्तीसगढ़ का बच्चा-बच्चा जानता है कि महादेव ऐप के मुख्य प्रवर्तक रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर हैं, लेकिन ईडी को इसकी जानकारी नहीं है। भाजपा जानती है कि उसे हार का सामना करना पड़ रहा है। वे अपने ‘आका’ (स्पष्ट रूप से उद्योगपति अडाणी की ओर इशारा करते हुए) के लिए छत्तीसगढ़ की खदानें चाहते हैं।’’
वह रविवार को भाजपा द्वारा साझा किए गए एक वीडियो पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। इस वीडियो में एक व्यक्ति ने खुद को शुभम सोनी बताया और मुख्यमंत्री पर आरोप लगाये थे।