लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में जारी घमासान के बीच चिराग पासवान ने सोमवार को अहमदाबाद में पूरा दिन बिताया। वहीं यहां चिराग पासवान ने भाजपा के एक बड़े नेता से मुलाकात की। हालांकि, जब चिराग से मुलाकात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो एक निजी काम से आए थे।
आजतक के अनुसार, सोमवार सुबह अहमदाबाद एयरपोर्ट से चिराग पासवान भाजपा नेता के एसजी हाइवे स्थित कार्यालय पहुंचे। यहां उनकी लंबी बातचीत चली। इस मुलाकात के बाद ये भी चर्चाएं शुरू हो गईं कि क्या चिराग भाजपा का दामन थम रहे हैं.
चिराग पासवान ने भले ही तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाई बताया हो, मगर अहमदाबाद में इस मुलाकात के बाद राजनीतिक अटकलें फिर तेज हो गई हैं क्योंकि चिराग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी नेता से मुलाकात की है।
वहीं, पटना की सड़कों पर जो पोस्टर लगाए जा रहे हैं वे अलग ही कहानी बयान कर रहे हैं। पोस्टर में चिराग पासवान को हनुमान बताया गया है। साथ ही इस पोस्टर पर लिखा गया है कि नरेंद्र मोदी है तो मुमकिन है।
गौरतलब है कि लोक जनशक्ति पार्टी दो गुटों में बंट गई है। पशुपति पारस और सांसदों की बगावत के बाद चिराग पासवान बैकफुट पर आ गए हैं और घमासान जारी है। इस राजनीतिक संकट में घिरे चिराग ने कहा था कि परिवार ने मेरी पीठ में छुरा घोंपा है तो भाजपा ने मंझधार में छोड़ दिया।