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"राज पथ" के बाद अब "सेंट्रल विस्टा" का नाम बदलने की उठ रही है मांग, जानिए किसने क्या कहा?

देश में एक बार फिर नामकरण को लेकर बहस शुरू हो गई है। केंद्र सरकार ने हाल ही में राजपथ का नाम बदलकर...


देश में एक बार फिर नामकरण को लेकर बहस शुरू हो गई है। केंद्र सरकार ने हाल ही में राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया। इसके बाद से ही नए संसद भवन का नाम बदलने को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।

दरअसल एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की है कि संसद भवन की नई इमारत का नाम बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर रखा जाए। उन्होंने कहा, संसद संविधान से चलती है इसलिए उस भवन का नाम बाबासहेब अंबेडकर के नाम पर रखना चाहिए। ओवैसी ने तेलंगाना सरकार से अपील करते हुए कहा तेलंगाना में भी जो नई विधानसभा की इमारत बनाई जा रही है उसका नाम भी बाबासहेब अंबेडकर के नाम पर रखा जाए।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि संसद भवन की नई इमारत का नाम डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखा जाए। बता दे तेलंगाना विधानसभा ने आज(मंगलवार) को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव को मंजूरी दी जिसमें केंद्र सरकार से नई दिल्ली में नए संसद भवन का नाम बी आर आंबेडकर के नाम पर रखने का आग्रह किया गया।

राज्य में विधानमंडल के दोनों सदनों में तेलंगाना सरकार द्वारा पेश किए गए इस प्रस्ताव को पारित कर दिया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी ट्वीट कर कहा कि, देश के वर्तमान हालात एवं जनभावना को देखते हुए मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह करता हूं कि “सेंट्रल विस्टा” का नाम बदलकर “बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर परिसर” किया जाए। उन्होंने कहा “सेंट्रल विस्टा” नाम गुलामी का प्रतीक लगता है, जबकि “अंबेडकर” शब्द भारत के कण-कण में विराजमान है।

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