अमेरिका से इलाज कराकर भारत लौटे केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने विपक्षी दलों को निशाने पर लिया है। राफेल सौदे, ऋण माफी, संसद की कार्यवाही, सीबीआई विवाद जैसे अहम मुद्दों पर जेटली ने कांग्रेस को अपने फेसबुक ब्लॉग के जरिए घेरा। उन्होंने लिखा कि पिछले दो महीनों में कई फर्जी अभियान देखे। झूठ ज्यादा दिन टिकता नहीं है। विरोधाभासी एक झूठ से दूसरे झूठ पर कूदते रहे।
राफेल पर कांग्रेस को घेरा
सबसे पहले राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए जेटली ने कहा कि राफेल सौदे ने न केवल भारतीय वायु सेना की युद्धक क्षमता को मजबूत किया बल्कि सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपये की बचत दी। जब इनका झूठ ढह गया, तो झूठ को सिद्ध करने के लिए अधूरे दस्तावेज ले आए। इस झूठ के रचनाकारों को यह एहसास नहीं है कि झूठ विश्वसनीयता को चोट पहुंचाता है।
ऋण माफी के मुद्दे पर
वहीं, कर्जमाफी के मुद्दे पर कांग्रेस का घेराव करते हुए जेटली ने लिखा कि 2008-2014 तक बैंकों का पैसा लूटने वाले अब आरोप लगा रहे हैं कि व्यावसायिक ऋण माफ किए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक भी रुपया माफ नहीं किया गया। इसके विपरीत बकाएदारों को प्रबंधन से बाहर कर दिया गया है।
संसद की कार्यवाही बाधित होने के मुद्दे पर
संसद हंगामे के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए जेटली ने लिखा, 'इतिहास में यह दर्ज होगा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के महान पोते ने भारत की संसद को एक संस्था के रूप में काफी नुकसान पहुंचाया है। दोनों सदनों को बाधित करने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा हर सुबह 11.00 बजे प्रयास किए जाते हैं। अपनी बहसों की गुणवत्ता के लिए जानी जाने वाली देश की राज्यसभा में कामकाज नहीं हो पा रहा है। यदि हम राफेल पर राहुल गांधी के दो भाषणों का विश्लेषण करते हैं, तो वे प्रधानमंत्री द्वारा ईर्ष्या से उत्पन्न एक निजी घृणा पर आधारित हैं।
ईवीएमके मुद्दे पर साधा निशाना
जेटली ने इवीएम पर सवाल उठाने को लेकर भी कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार ने हमेशा चुनाव आयोग से एक हाथ की दूरी बनाकर रखी। इवीएम पर हमला करना मतलब चुनाव आयोग पर हमला करना है। जब चुनावी प्रक्रिया में इवीएम का इस्तेमाल शुरू हुआ, तब भाजपा सत्ता से दूर थी। कई पार्टियों ने ईवीएम के जरिए चुनाव जीते और हारे। बिना किसी सबूत के इवीएम पर हमला किया जा रहा है।
सर्जिकल स्ट्राइक पर
जेटली ने कहा, 'सरकार और भाजपा हमेशा हमारे सशस्त्र बलों के साथ खड़ी रही है। हम विपक्ष में थे, तब भी हमारा यहीं स्टैंड था। एक यह विपक्ष है जिसने सर्जिकल स्ट्राइक के अस्तित्व पर सवाल उठाया। सेना प्रमुख को 'सड़क का गुंडा' बताया। वायु सेना की पंसद रहे लड़ाकू विमान राफेल और इसके सौदे की प्रक्रिया पर गंभीर संदेह जताया गया। इतना ही नहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा संस्थानों पर हमला किया जा रहा है।
सीबीआई मुद्दे पर
सीबीआई मामले पर जेटली ने कहा, 'सरकार सीबीआइ या किसी अन्य जांच एजेंसी के किसी भी जांच कार्य में हस्तक्षेप नहीं करती है। एक बार जब सरकार ने केंद्रीय सतर्कता आयोग की सिफारिश प्राप्त की, तो सीबीआई के दो अधिकारियों को छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया। सरकार ने सीबीआई की विश्वसनीयता को बहाल करने के बड़े हित में काम किया।