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अमेठी में सहयोगी रहे सुरेंद्र सिंह के शव को स्मृति ईरानी ने दिया कंधा

अमेठी में नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के सहयोगी सुरेंद्र प्रताप सिंह की हत्या से हड़कंप मच गया है।...
अमेठी में सहयोगी रहे सुरेंद्र सिंह के शव को स्मृति ईरानी ने दिया कंधा

अमेठी में नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के सहयोगी सुरेंद्र प्रताप सिंह की हत्या से हड़कंप मच गया है। रविवार दोपहर नई दिल्ली से अमेठी परिवार से मुलाकात करने पहुंचीं स्मृति ईरानी ने सुरेंद्र के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़वाने का आश्वासन दिया। भावुक स्मृति इरानी सुरेंद्र सिंह की शवयात्रा के दौरान उनके शव को कंधा देती भी दिखीं।

शनिवार को कुछ अज्ञात हमलावरों ने सुरेंद्र सिंह की घर में घुसकर हत्या कर दी थी। हत्या के वक्त सुरेंद्र सिंह घर के बरामदे में सो रहे थे, तभी उन पर गोलियों से हमला हुआ। सुरेंद्र सिंह बरौलिया के प्रधान रह चुके हैं। बरौलिया वही गांव है, जिसे राज्यसभा सांसद रहते तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने गोद लिया था।

अमेठी से स्मृति की जीत में सुरेंद्र सिंह का अहम योगदान

सुरेंद्र सिंह ने 2019 लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी के चुनाव प्रचार में काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। उनको करीब से जानने वाले लोगों के मुताबिक कई गांवों में उनका खासा प्रभाव था, जिसका फायदा इस चुनाव में स्मृति इरानी को मिला। कांग्रेस के गढ़ अमेठी में कमल खिलाने का श्रेय काफी हद तक सुरेंद्र सिंह को भी जाता है।

डेप्युटी सीएम बोले, जमीन के भीतर छिप जाएं हत्यारे तब भी नहीं छोड़ेंगे

इससे पहले रविवार सुबह सुरेंद्र सिंह के घर पहुंचे उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी, यह बेहद जघन्य अपराध है। रजा अमेठी के प्रभारी मंत्री भी हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता की हत्या अत्यंत दुखद है। वह मेहनती कार्यकर्ता थे। उन्होंने कहा, 'भले ही हत्यारे जमीन के भीतर क्यों न छिपे हों, हम उन्हें ढूंढकर निकाल लाएंगे। इस घटना से पूरा अमेठी दुखी है।'

परिवार का स्थानीय कांग्रेस नेताओं पर आरोप

सुरेंद्र सिंह के परिवार ने हत्या का आरोप स्थानीय कांग्रेस नेताओं पर लगाया है। फिलहाल पुलिस सात संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने का आदेश दिया है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, 'केस की गहन जांच जारी है। हमें कुछ अहम सबूत मिले हैं। अभी तक पूछताछ के लिए हमने 7 लोगों को हिरासत में लिया है और हमें पूरा भरोसा है कि अगले 12 घंटे के अंदर हम इस केस सुलझा लेंगे। फिलहाल कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है। हमने ऐहतियातन 3 कंपनी पीएसी लगा रखी है।'

पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

सुरेंद्र सिंह के बड़े भाई नरेंद्र बहादुर सिंह की तहरीर पर अमेठी के जामो थाने में 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। इसमें कहा गया है कि वसीम और नसीम को परिजनों ने गोली मारकर भागते देखा था। एफआईआर में प्रधानी के चुनाव में धर्मनाथ गुप्ता से हुई अनबन का भी जिक्र किया गया है।

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