बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने संगठन में कई फेरबदल किए हैं। लोकसभा में दल के नेता दानिश अली को हटाकर जौनपुर से सांसद श्याम सिंह यादव को लोकसभा दल का नेता बनाया गया है। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा को केंद्रीय यूनिट का महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद मुनकाद अली को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
प्रदेश में जल्द 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इसके लिए सभी दल रणनीति बनाकर तैयारी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि बसपा सुप्रीमो ने विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए यह बदलाव किए हैं। पार्टी ने सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से जीते रितेश पांडेय को डिप्टी लीडर बनाया गया है। पार्टी ने पिछड़ी जाति के जौनपुर के सांसद श्याम सिंह यादव को लोकसभा दल का नेता बनाकर यादव वोट बैंक में भी सेंधमारी की कोशिश की गई है। पार्टी में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी यादव को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी गई हो। इसके अलावा पार्टी की ओर से गिरीश चंद्र जाटव को लोकसभा में चीफ व्हिप बनाए रखा है।
प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली ने बताया कि बहन जी (मायावती) ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरे शिद्दत से निभाएंगे। फिलहाल, विधानसभा के उपचुनाव सामने हैं, इसलिए रणनीति बनाकर पूरे दम खम के साथ चुनाव लड़ा जाएगा।
मुनकाद अली वेस्ट यूपी के बड़े मुस्लिम चेहरा
पूर्व राज्यसभा सांसद मुनकाद अली वेस्ट यूपी के बड़े मुसलिम चेहरे हैं। वह पार्टी में लंबे अरसे से जुड़े हैं और विभिन्न पदों पर रहे हैं। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की एक बड़ी वजह यह भी है कि बसपा मुसलिम वोटों को अपने से जोड़े रखना चाहती है।
आजम के पक्ष में सपा ने किया था रामपुर कूच
रामपुर में सांसद आजम खां और उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम को हिरासत में लेने पर सियासी सरगर्मी बढ़ गई थी और सपा ने रामपुर कूच का ऐलान किया था। सपा के इस आंदोलन से वेस्ट यूपी की मुसलिम राजनीति में खींचतान मच गई थी। इस आंदोलन से सपा के पक्ष में एक सकारात्मक संदेश गया।
मुस्लिम वोटों को लेकर होती रही है नूरा कुश्ती
सपा और बसपा में मुसलिम वोटों को लेकर लंबे अरसे से नूरा कुश्ती होती रही है। कांग्रेस के बाद मुसलिम वोटरों की पहली पसंद सपा और बसपा ही रहे हैं। जिस कारण दोनों दलों के नेता मुस्लिमों को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं।