कांग्रेस ने पतंजलि योगपीठ पर हरियाणा में राज्य की भाजपा सरकार की मदद से सैकड़ों एकड़ वन भूमि कब्जाने का आरोप लगाते हुए इसे बड़ा भूमि घोटाला करार दिया है और पूरे प्रकरण की जांच कर दोषियों को दंडित करने की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने इस समूह को 400 एकड़ भूमि के अधिग्रहण में मदद की, जिसका इस्तेमाल ना तो कृषि के लिए, ना ही वाणिज्यिक उपयोग के लिए किया जा सकता है।
'फरीदाबाद के कोट गांव में खरीदी जमीन'
खेड़ा ने दावा किया कि राज्य सरकार ने अरावली पहाड़ी क्षेत्र में भूमि की चकबंदी का आदेश दिया है। हालांकि, जमीन की चकबंदी की अनुमति केवल कृषि भूमि के लिए है, वन भूमि के लिए नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के संस्थान पतंजलि योगपीठ की सहयोगी कंपनियों ने हरियाणा में फरीदाबाद के कोट गांव में अरावली पर्वत क्षेत्र में पॉवर ऑफ अटर्नी के आधार पर 400 एकड़ भूमि खरीदी है।
‘पतंजलि से जुड़ी है हर्बो वेद ग्राम प्राइवेट लिमिटेड’
खेड़ा ने कहा कि प्रवीण कुमार शर्मा नाम के व्यक्ति हर्बो वेद ग्राम प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसका नियंत्रण आचार्य बालकृष्ण करते हैं। उन्होंने कहा कि 2016-17 के रिकॉर्ड के मुताबिक, इस कंपनी की मालिक पतंजलि है और इसी कंपनी ने यह जमीन खरीदी है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर्बो वेद ग्राम का राजस्व 60 हजार करोड़ रुपए का है लेकिन इसने जमीन पर 16.77 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जिसमें 15.50 करोड़ एडवांस में दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम आपके सामने सारे पेपर रख रहे हैं और हरियाणा सरकार से मामले की तुरंत जांच की मांग करते हैं।
फिलहाल इस मामले पर पतंजलि का पक्ष सामने नहीं आया है।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)