देश की आर्थिक विकास दर (जीडीपी) को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी जी यूपीए की जीडीपी ग्रोथ रेट देखकर डर गए हैं। आखिर कब तक मोदी सरकार अपनी नाकामयाबी छिपाते रहेगी।
बुधवार सुबह कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विट किया, मोदी जी यूपीए की जीडीपी ग्रोथ रेट देख कर डर गए क्या? कब तक अपनी नाकामयाबी छिपाते रहोगे? जनता सब समझती है। उन्होंने आगे लिखा कि मर्द बनो और यूपीए की कामयाबी स्वीकार करो। कब तक भारत के लोगों को जुमला बाजी से गुमराह करते रहोगे? सच्चाई तो सामने आएगी।
चिदंबरम ने मोदी सरकार पर लगाया था आंकड़ों में हेरफेर का आरोप
इससे पहले यूपीए सरकार में वित्तमंत्री रहे कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने वर्तमान सरकार पर आंकड़ों में हेरफेर कर मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली यूपीए सरकार की उपलब्धियों को कमतर करके दिखाने का आरोप लगाया था। कांग्रेस नेता ने कहा कि हाल ही में सरकार ने कुछ आंकड़ों को जारी कर अपना प्रदर्शन पूर्व की सरकार से बेहतर दिखाने की कोशिश की थी, लेकिन इस तथाकथित 'शानदार प्रदर्शन' का 'राज' काम में नहीं, बल्कि आंकड़ों के हेरफेर में छिपा हुआ है।
<blockquote class="twitter-tweet" data-lang="en"><p lang="hi" dir="ltr">मोदी जी UPA की GDP Growth Rate देख कर डर गये क्या? कब तक अपनी नाकामयाबी छिपाते रहोगे? जनता सब समझती है। मर्द बनो और UPA की कामयाबी स्वीकार करो। कब तक भारत के लोगों को जुमला बाज़ी से गुमराह करते रहोगे? सच्चाई तो सामने आयेगी। <a href="https://t.co/TTQTUFkkO0">https://t.co/TTQTUFkkO0</a></p>— digvijaya singh (@digvijaya_28) <a href="https://twitter.com/digvijaya_28/status/1032095981435858944?ref_src=twsrc%5Etfw">August 22, 2018</a></blockquote>
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मनमोहन सिंह के कार्यकाल में हासिल हुई सर्वाधिक वृद्धि दर
पिछले दिनों सामने आई एक रिपोर्ट में बताया गया कि देश की आर्थिक वृद्धि दर का आंकड़ा 2006-07 में 10.08 प्रतिशत रहा जो कि उदारीकरण शुरू होने के बाद का सर्वाधिक वृद्धि आंकड़ा है। यह आंकड़ा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल का है। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई थी। आजादी के बाद देखा जाए तो सर्वाधिक 10.2 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर 1988-89 में रही. उस समय प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे।
रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग द्वारा गठित ‘कमेटी ऑफ रियल सेक्टर स्टेटिस्टिक्स’ ने पिछली श्रृंखला (2004-05) के आधार पर जीडीपी आंकड़ा तैयार किया। यह रिपोर्ट सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी की गई है। रिपोर्ट में पुरानी श्रृंखला (2004-05) और नई श्रंखला 2011-12 की कीमतों पर आधारित वृद्धि दर की तुलना की गई है।
पुरानी श्रंखला 2004-05 के तहत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर स्थिर मूल्य पर 2006-07 में 9.57 प्रतिशत रही। उस समय मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। नई श्रृंखला (2011-12) के तहत यह वृद्धि दर संशोधित होकर 10.08 प्रतिशत रहने की बात कही गई है।