राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के तीसरे दिन यानी बुधवार को भी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया। इसी दौरान पुलिस ने राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को हिरासत में ले लिया है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी कार्यालय और ईडी मुख्यालय के बाहर से हिरासत में लिया गया है, जहां उन्होंने प्रदर्शन किया और राहुल गांधी के समर्थन में नारे लगाए। वीडियो में उनमें से कुछ को घसीटते हुए और बसों में बिठाते हुए दिखाया गया है। अधीर रंजन चौधरी, भूपेश बघेल और पवन खेड़ा सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
दिल्ली: नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा राहुल गांधी से पूछताछ को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध के बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट को पुलिस ने हिरासत में लिया। pic.twitter.com/DGA1Brv9au
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 15, 2022
#WATCH दिल्ली: राहुल गांधी से ED की पूछताछ का विरोध कर रहे कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कांग्रेस मुख्यालय के बाहर हिरासत में लिया गया। pic.twitter.com/rxr2bN2LrK
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हिरासत में लिए जाने से पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि हम पर दवाब बनाना राजनीतिक साजिश है। दिल्ली पुलिस पार्टी मुख्यालय में घुस कर लाठीचार्ज कर रही है। नेताओं को नजरबंद किया जा रहा है। लोकतंत्र में हमें विरोध करने का अधिकार है। हमने कोई कानून नहीं तोड़ा है। सरकार के पास हमारी आवाज को दबाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से अनावश्यक दवाब बना कर एजेंसी का इस्तमाल किया जा रहा है, हम उसका विरोध करते हैं। केस में कोई तथ्य और आधार नहीं है। 7 साल बाद राष्ट्रपति चुनाव और विधानसभा चुनावों के निकट पार्टी पर दवाब बनाने की कोशिश हो रही है।
मुख्य विपक्षी दल ने दावा किया कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस मुख्यालय पहुंचने से रोका जा रहा है तथा सिर्फ दो मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत एवं भूपेश बघेल को ‘24 अकबर रोड’ पहुंचने की अनुमति दी गई है। उसने यह भी कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी झुकने वाले नहीं हैं।
पार्टी के एक नेता ने बताया कि भारतीय युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस की कई सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने ईडी मुख्यालय के निकट प्रदर्शन किया।
कांग्रेस के अनुसार, सांसद मणिकम टैगोर, ए. चेल्ला कुमार, अमर सिंह और जयकुमार विजय वसंत तथा भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
सांसद टैगोर ने कहा कि पार्टी के कई सांसदों को जब कांग्रेस मुख्यालय नहीं जाने दिया गया तो उन्होंने संसद भवन परिसर जाने की कोशिश की ताकि वे महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर सकें, लेकिन उन्हें संसद परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस भारतीय जनता पार्टी के ‘एजेंट’ की तरह काम कर रही है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘‘देश में यह क्या हो रहा है? क्या हम ‘बनाना रिपब्लिक’ हो चुके हैं? क्या यही लोकतंत्र है? संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।’’
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ‘‘पहले दिन (सोमवार) 200 लोगों को कांग्रेस मुख्यालय जाने की अनुमति मिली। कल कुछ नेताओं को और आज तो हद हो गई। कहा गया कि केवल दो मुख्यमंत्री ही पार्टी मुख्यालय जा सकते हैं। कर्मचारी भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसा तो कभी नहीं हुआ था।’’
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि पुलिस ने उनके आवास को ‘सील’ कर दिया है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आज सुबह से मेरे दिल्ली निवास स्थान को दिल्ली पुलिस ने सील कर रखा हैं, घर पर परिवार के साथ-साथ सैकड़ों समर्थक भी उपस्थित है…क्या दिल्ली में शांतिपूर्ण मार्च प्रदर्शन करना गुनाह है?’’