कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। उन्होंने मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल को जनता व देश के लिए विश्वासघात करार देते हुए कहा कि सरकार में आते ही भाजपा सरकार के सारे वादे हवा हो गए।
बुधवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा और नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों, युवाओं, व्यापारी और आमजन से बड़े-बड़े वादे किए। सरकार में आते ही उनके वादे हवा हो गए।
कॉरपोरेट को बचाने में लगी हुई है केंद्र और राज्य सरकार: सुरजेवाला
वहीं, पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि यह सरकार भ्रष्टाचार, कालेधन, महंगाई, आतंकवाद और विदेश नीति को लेकर पूरी तरह विफल रही है। तमिलनाडु के गोलीकांड मामले पर केंद्र की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सुरजेवाला ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार पर्यावरण और लोगों के बजाय कॉरपोरेट को बचाने में लगी हुई है।
भाजपा का चार साल सिर्फ विश्वासघात
कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार का चार साल का कार्यकाल जनता के साथ हुए विश्वासघात के तौर पर जाना जाएगा। साथ ही, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने भ्रष्टाचार की एक नई परम्परा शुरु की है, जश्न मनाने की। केन्द्र और भाजपा शासित राज्यों में कार्यकाल पूरे होने पर कई दिनों तक जश्न मनाया जाता है। जनता के लाखों-करोड़ों रुपये को बर्बाद किया जाता है। जश्न कार्यक्रमों में बेहिसाब खर्चा करते हैं, जबकि आज देश और भाजपा शासित राज्यों में जनता वादे पूरे नहीं होने से दुखी है। महंगाई ने जनता को बर्बाद कर दिया।
जनता का पैसा जनता की भलाई के लिए होना चाहिए, ना कि जश्न के लिए
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने राज में भी जश्न कार्यक्रम नहीं किए। गहलोत ने कहा कि जनता के ट्रस्टी होते हैं पीएम, सीएम व मंत्री। जनता का पैसा जनता की भलाई के लिए होना चाहिए, ना कि जश्न के लिए। इस वजह से लोगों में आज अविश्वास है। देश में हिंसा का माहौल है। लोगों में भय और अविश्वास है।
भाजपा ने अपने ही सिद्धांतों की धज्जियां उड़ा दीं
गहलोत ने कहा, 'मीडिया और आम लोग समझ गए हैं कि उनके साथ विश्वासघात हुआ। चार साल पहले खूब वादे किए गए थे और जनता ने भी खूब विश्वास जताया। लेकिन चार साल में इस कदर विश्वासघात हुआ कि उसकी कल्पना नहीं की जा सकती।" गहलोत ने कहा, ' ये लोग चाल, चरित्र और चेहरा अलग होने का दावा करते थे लेकिन इन्होंने अपने ही सिद्धांतों की धज्जियां उड़ा दीं।'
‘पेट्रोल दरों में कमी कर मैंने दी थी जनता को राहत’
एक बार फिर भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि गलत नीतियों से देश में हालात खराब है। किसानों, युवाओं, व्यापारियों व महिलाओं के लिए मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया। देश में महंगाई बढ़ती जा रही है।
कांग्रेस राज में झूठे हथकंडे अपनाकर भाजपा ने महंगाई को लेकर खूब तमाशे किए, लेकिन अब मोदी सरकार क्या कर रही है। क्यों पेट्रोल-डीजल की दरों पर रोक लग रही। क्यों महंगाई नहीं थम रही है। जब मैं राजस्थान का मुख्यमंत्री था तब पेट्रोल दरों को लेकर सोनिया गांधी का निर्देश आया कि जनता को राहत दी जाए। तब पांच सौ करोड़ की राहत देते हुए पेट्रोल टैक्स कम किए। लेकिन आज जब पेट्रोल अस्सी रुपया हो गया तो किसी भी भाजपा सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम नहीं किया।
'ये पाखंडी, फासीवादी लोग हैं, जिनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है'
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल की कीमत को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की, लेकिन यह सरकार तैयार नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया, 'ये पाखंडी, फासीवादी लोग हैं। इनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। दलितों पर अत्याचार बढ़ गए हैं। महिलाओं और बच्चियों पर यौन हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं।'
यह अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार है ये
भाजपा भ्रष्टाचार को बढ़ा रही है। झूठे हथकंडे अपनाकर पीएम नरेन्द्र मोदी की छवि को ऐसा बताया जा रहा है, जैसे वे दूध के धुले हुए हो। यह अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार है। आखिर भाजपा के पास इतना पैसा कहां से आया। चुनावों में भाजपा अनाप शनाप खर्च कर रही है। नोटबंदी से पहले देश भर में भाजपा ने जमीनें खरीदी। आखिर उनके पास कहां से पैसा आया। ये संकेत है कि मोदी सरकार साफ सुथरी नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। मोदी सरकार भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम रही है। जनता महंगाई से बेहाल है। मोदी सरकार के चार साल के विश्वासघात को कांग्रेस जनता तक पहुंचाएगी।