राजद सुप्रीमो लालू यादव ने मायावती की बहादुरी के लिए उन्हें बधाई दी और भाजपा को दलित विरोधी बताते हुए कहा कि देश की एक दलित बेटी को राज्यसभा में बोलने से रोका गया। उन्होंने कहा कि दलितों की आवाज दबाई जा रही है, भाजपा अहंकार में डूबी हुई है। मायावती के साथ राज्यसभा में जो व्यवहार किया गया उससे साफ है कि भाजपा दलित विरोधी पार्टी है।
लालू ने कहा कि मायावती दलितों की आवाज हैं। देश में वह दलितों की बड़ी नेता हैं और उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई है। मैं पूरे देश में इसके खिलाफ आवाज उठाऊंगा। उन्होंने कहा कि अगर मायावती चाहेंगी तो आरजेडी उन्हें बिहार से राज्यसभा में भेजेगी। लालू ने कहा कि हम मायावती के साथ हैं। अगर वह चाहेंगी तो हम उन्हें राज्यसभा भेजेंगे। बता दें कि किसी भी व्यक्ति को कहीं से भी राज्यसभा भेजा जा सकता है।
We support Mayawati Ji and if she wants we will again send her to Rajya Sabha: Lalu Prasad Yadav pic.twitter.com/lyHmJbfPsz
— ANI (@ANI_news) July 18, 2017
इससे पहले भाजपा ने राज्यसभा से इस्तीफा देने पर बसपा प्रमुख मायावती को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह उनका एक ड्रामा है, जिसका मकसद भावुकता पैदा कर भ्रम फैलाना है। भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा कि लोग अब मायावती से गुमराह नहीं होने वाले। उन्होंने कहा कि मायावती अपना जनाधार खो चुकी हैं और राज्यसभा में उनका छह साल का कार्यकाल वैसे भी संसद के अगले सत्र में खत्म होना था। उन्होंने संकेतों में कहा कि मायावती ने हताशा में यह कदम उठाया।