जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को शनिवार को उन्हीं के बयान के आधार पर घेरा है। उन्होंने कहा कि राजग के शासन काल में राज्य में आतंकवाद ज्यादा बढ़ा है। प्रसाद ने शुक्रवार को कहा था कि राजग के शासन काल में संप्रग के शासन काल की तुलना में जम्मू-कश्मीर में ज्यादा आंतकी मारे गए।
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि वास्तव में मंत्री साहब यह इस बात की कहानी बताती है कि आपकी सरकार ने आंतकवाद और हिंसा को जम्मू-कश्मीर में दोबारा सिर उठाने का मौका दिया और सुरक्षा बलों को और अधिक आतंकवादियों को मारने को मजबूर किया। उन्होंने कहा कि आपको आपको इन आंकड़ों की वजह से शर्मिंदगी महूसस करनी चाहिए न कि इसे उपलब्धि बताने का दावा करना चाहिए।
नेकां नेता उमर अब्दुल्ला केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे थे जिसमें केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि राजग सरकार के शासनकाल में संप्रग सरकार की अपेक्षा ज्यादा आंतकवादी मारे गए। प्रसाद ने कहा था कि सुरक्षाबलों ने 2012 और 2013 में क्रमश 72 और 67 आतंकवादी मारे जबकि भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार जब केंद्र में आई तो उसने 2014 में 110 आतंकवादी मारे। उन्होंने बताया कि 2015 में 108 आतंकवादी, 2016 में 150 आतंकवादी और इस साल मई तक 75 आतंकवादी मारे गए हैं।दरअसल, रविशंकर प्रसाद ने कश्मीर मुद्दे पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के एक बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे थे। प्रसाद ने कहा था कि आजाद कह रहे हैं कि सेना आतंकियों के बजाय कश्मीर के आम अवाम को अधिक मार रही है। कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है. उनका यह बयान गैरजिम्मेदराना और शर्मनाक है।
केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि आजाद के बयान से पाकिस्तान के लोग ज्यादा खुश होंगे। इसका सबूत लश्कर-ए-तैयबा के प्रवक्ता अब्दुल्ला गजनवी का वह बयान है जिसमें उन्होंने आजाद के बयान का हवाला दिया है।