उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का शनिवार की शाम को निधन हो गया। वो लंबे समय से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे। उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।शनिवार को गोरखपुर का दौरा रद्द कर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीजीआई पहुंच उनका हाल जाना था। वो राजस्थान के राज्यपाल भी रह चुके थे। आज रविवार को उनके पार्थिक शरीर को उनके पैतृक गांव ले जाया जा रहा है। वहीं, आज रविवार को पीएम मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लखनऊ पहुंचकर कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी। सीएम योगी समेत कई बड़े नेताओं ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी।
शनिवार की सुबह से ही उनकी हालत बिगड़ गई थी। 89 साल की उम्र में उन्होंने अपनी आखिरी सांस लखनऊ के पीजीआई हॉस्पिटल में ली है। दिवंगत नेता कल्याण सिंह ने 30 साल पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद मंत्रिमंडल के साथ ही अयोध्या जाकर राम मंदिर बनाने की शपथ ली थी। इस वक्त सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में मंदिर निर्माण कार्य जारी है।
6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराया गया था उस समय कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलाने की अनुमति नहीं दी थी। कारसेवकों ने विवादी ढांचे को गिरा दिया था।
कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ था। भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार थे। एक दौर में कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरों में से एक थे।
कल्याण सिंह 2 बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे हैं। वो भाजपा की तरफ से यूपी में पहले सीएम भी थे। पहले कार्यकाल में 24 जून 1991 से 6 दिसम्बर 1992 तक और दूसरी बार 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक मुख्यमंत्री रहे थे।