रामगोपाल ने अखिलेश का बचाव करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को जब अध्यक्ष पद से हटाया गया तो नेतृत्व से इतनी गलती हो गई कि उनसे इस्तीफा नहीं मांगा गया। उन्होंने कहा कि हालांकि यह गलती जानबूझकर नहीं की गई लेकिन यदि उनसे इस्तीफा मांग लिया जाता तो वह खुद ही दे देते। उन्होने कहा कि कुछ एेसे फैसले हो जाते हैं, जिससे लोगों को लगता है कि पार्टी के सामने कोई दिक्कत है। एेसा कुछ नहीं है। सारी पार्टियों में विभिन्न परिस्थितियों में एेसा हो जाता है। मुख्यमंत्री ने जो भी फैसले किये, उनमें से ज्यादातर पार्टी के अध्यक्ष की सलाह पर किए हैं। लेकिन ,जैसा कि अखिलेश ने खुद कहा है कि कुछ फैसले उन्होंने भी लिये हैं तो यह भी स्वाभाविक ही है। अगर उत्तर प्रदेश जैसे राज्य का मुख्यमंत्री कोई फैसले अपनी तरफ से लेता है तो यह अस्वाभाविक बात नहीं है।
रामगोपाल ने कहा कि पार्टी में सबकुछ ठीक चल रहा है किसी बात की कोई नाराजगी नहीं है। उन्होने कहा कि शिवपाल यादव कैबिनेट मंत्री बने रहेंगे और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का भी काम देखेंगे। रामगोपाल के मुुताबिक मुलायम सिंह यादव जल्द ही अखिलेश से बात करके फैसला लेंगे और जो भी फैसला होगा उसको सभी लोग मानेंगे। रामगोपाल ने कई चर्चाओं को महज अफवाह बताया और कहा कि कुछ फैसले ऐसे होते हैं जिन पर चर्चा करके सुधारा जा सकता है।