सरकार की आर्थिक नीतियों पर करारा हमला करने वाले बीजेपी नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा को बीजेपी के ही सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के साथ-साथ केंद्र सरकार में शामिल शिवसेना का भी साथ मिला है। शिवसेना ने अपने मुख पत्र ‘सामना’ में जमकर हमला बोला है।
‘गुजरात के विकास का क्या हुआ?
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में कहा, ‘गुजरात के विकास का क्या हुआ? इस सवाल पर गुजरात के लोग कह रहे हैं कि विकास पागल हो गया है। सिर्फ गुजरात ही क्यों पूरे देश में विकास पागल हो गया है। ऐसी तस्वीर बीजेपी के बड़े नेता सामने ला रहे हैं’। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपने गुजरात मिशन पर कहा था, विकास को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की गई इसलिए विकास पागल हो गया है।
‘अब यशवंत सिन्हा बेईमान या देशद्रोही ठहराए जा सकते हैं’
‘सामना’ में शिवसेना ने कहा, अर्थव्यवस्था के बड़े जानकार मनमोहन सिंह और चिदंबरम जैसे लोगों ने जब ऐसा कहने की कोशिश की तो उन्हें देशद्रोही कहा गया, लेकिन अब बीजेपी के ही पूर्व वित्त मंत्री ऐसा कह रहे हैं, तो अब यशवंत सिन्हा बेईमान या देशद्रोही ठहराए जा सकते हैं। शिवसेना ने आगे लिखा, 'सिन्हा गलत होंगे तो सिद्ध करो कि उनके द्वारा लगाए गए आरोप झूठे हैं।
यशवंत सिन्हा ने भारत की आर्थिक स्थिति को लेकर आईना दिखाया
वहीं, बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी यशवंत सिन्हा की बातों का समर्थन किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि यशवंत सिन्हा एक बड़े नेता हैं और वह देश के सबसे सफल वित्त मंत्रियों में रहे हैं। शत्रुघ्न ने लिखा कि यशवंत सिन्हा ने भारत की आर्थिक स्थिति को लेकर आईना दिखाया है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
Mr. Yashwant Sinha is a true statesman & a tried & tested man of wisdom, who has proven himself as one of the best & most successful....1>2
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) September 28, 2017
..Finance Ministers of the country. He has shown the mirror on the economic condition of India and has hit the nail right on the head...2>3
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) September 28, 2017
यशवंत सिन्हा के बोल?
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस में बुधवार को अपने लेख में उन्होंने कहा कि आज के समय में ना ही नौकरी मिल रही है और ना विकास तेज गति से हो पा रहा है। निवेश घट रहा है और जीडीपी भी घट रही है। जीएसटी को सही तरीके से लागू नहीं किया गया, जिसके कारण नौकरी और व्यापार पर काफी असर पड़ा है। उन्होंने नोटबंदी को आर्थिक आपदा करार दिया।
उन्होंने लिखा कि नोटबंदी ने गिरती जीडीपी में आग में तेल डालने की तरह काम किया। नोटबंदी एक बड़ी आर्थिक आपदा साबित हुई है। ठीक तरीके से सोची न गई और घटिया तरीके से लागू करने के कारण जीएसटी ने कारोबार जगत में उथल-पुथल मचा दी है। वहीं जीडीपी पर उन्होंने लिखा कि जीडीपी अभी 5.7 है, सभी को याद रखना चाहिए कि सरकार ने 2015 में जीडीपी तय करने के तरीके को बदला था। यदि पुरानी पद्धति के हिसाब से देखें तो आज के समय में 3.7 जीडीपी होती।
यशवंत सिन्हा ने प्रमुख रूप से वित्तमंत्री अरूण जेटली पर निशाना साधा। उन्होंने चुटकी लेते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि उन्होंने गरीबी को काफी नजदीक से देखा है। ऐसा लगता है कि उनके वित्तमंत्री इस तरह का काम कर रहे हैं कि वह सभी भारतीयों को गरीबी काफी करीब से दिखाएं।”