अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले बीजेपी के विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को लेकर विवादित बयान दे डाला। ताजमहल को लेकर पिछले काफी समय से विवाद जारी है। मेरठ के सरधना सीट से भाजपा विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को भारतीय संस्कृति पर धब्बा बताया। उन्होंने कहा कि इतिहास से मुगलकालीन शासकों को निकालकर अब यूपी में हिंदुओं के इतिहास को दर्शाया और पढ़ाया जाएगा।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा विधायक संगीत सोम ने कहा कि ये कैसा इतिहास, किस काम का इतिहास जिसमें अपने पिता को ही कैद कर डाला था, वो एक गद्दार थे जो हिंदुओं को मिटाना चाहते थे। इसलिए वह हमारे इतिहास का हिस्सा नहीं होना चाहिए। इन लोगों ने हिंदुस्तान में हिन्दुओं का सर्वनाश किया था। अगर यह लोग हमारे इतिहास का हिस्सा हैं, तो यह बहुत दुःख की बात है और अब हम इस इतिहास को बदल देंगे।
BJP's Sangeet Som says,'Many were sad when Taj Mahal was removed from historical places.What history? Its creator wanted to wipe out Hindus' pic.twitter.com/5OcpJwC4d7
— ANI (@ANI) October 16, 2017
मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी बीजेपी विधायक संगीत सोम ने कहा कि कुछ लोगों को बहुत दर्द हुआ जब ताजमहल का नाम देश के ऐतिहासिक स्थलों में से निकाल दिया गया। भाजपा के फायर ब्रांड नेताओं में शुमार संगीत सोम ने यह बयान मेरठ में आयोजित एक जनसभा के दौरान दिया। उन्होंने बताया कि यूपी सरकार अकबर और बाबर औरंगजेब जैसे कलंक कथा लिखने वाले बादशाहों को इतिहास से निकालने की तैयारी कर रही है।
ताजमहल को लेकर क्यों छिड़ा विवाद
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की पर्यटन गंतव्यों की बुकलेट जारी होते ही विवादों में आ गई थी। विवादों में आने की वजह यह थी कि इस बुकलेट में ताजमहल को ही शुमार नहीं किया गया था जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखधाम मंदिर को जगह दी गई है।
इस बुकलेट के जारी होने के बाद सपा नेता आजम खान ने कहा था, 'यह अच्छी पहल है कि बुकलेट से ताजमहल गायब है। कुतुब मीनार, लाल किला, संसद भवन ये सब गुलामी की निशानियां हैं।' आजम खान ने कहा है कि अगर यूपी सरकार ताजमहल को तुड़वाने की पहल करती है, तो वह इसको अपना समर्थन देंगे। इस तरह के बयान को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार की काफी आलोचना हुई थी, जिसके बाद सरकार की ओर से मामले में सफाई पेश करते हुए कहा गया कि ताजमहल देश की धरोहर है।