कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर ने सोमवार को कहा कि हर कोई पहलगाम आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है और इस जघन्य हत्याकांड की जवाबदेही बाद में तय की जा सकती है।
उन्होंने कहा, "मेरे विचार से, जवाब दिया जाना चाहिए, और उस जवाब में एक संदेश होना चाहिए-- यदि आप ऐसे कृत्य करते हैं, तो आप ऐसा मुफ्त में नहीं कर सकते, और वह युग समाप्त हो चुका है। यह कीमत चुकानी होगी-- और कल, कीमत और भी अधिक होगी।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य ने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए संवाददाताओं से कहा, "यदि वह संदेश नहीं दिया गया, तो ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।" तिरुवनंतपुरम के सांसद का यह बयान पहलगाम आतंकी हमले पर उनकी टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस में विवाद के बीच आया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि कुछ विफलता हुई है, लेकिन किसी भी देश के पास कभी भी पूर्णतया 100 प्रतिशत खुफिया जानकारी नहीं हो सकती।
इससे पहले दिन में, कांग्रेस नेता उदित राज ने थरूर की टिप्पणियों के लिए उन पर निशाना साधते हुए कहा कि, एक कांग्रेसी होने के नाते, उन्हें पूछना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान को कब सबक सिखाएंगे।
थरूर ने जानना चाहा कि क्या यह पहलगाम हमले में सरकार की जवाबदेही तय करने का समय है या क्या मौजूदा संकट से उबरने के बाद इसका समाधान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "हम सभी जवाबी कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। इस अध्याय को बंद करने के बाद इस मुद्दे का अध्ययन किया जाना चाहिए।"
थरूर ने अपने क्षेत्र पर हमास के हमले के बाद इजरायल सरकार को वहां के सभी राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए समर्थन का हवाला देते हुए कहा कि हालांकि जनता की राय उनके प्रधानमंत्री के खिलाफ है, लेकिन वे युद्ध खत्म होने तक उनका इस्तीफा नहीं मांग रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं भी यही कह रहा हूं। जवाबदेही होनी चाहिए। लेकिन यह उस चर्चा का समय नहीं है।"