साल 2024 विनेश फोगट के लिए काफी उतार-चढ़ाव रहा है। ओलंपिक के फाइनल में पदक जीतने का मौका चूकने से लेकर राजनीति के मैदान में उतरने- विनेश इस इस साल काफी लंबा सफर तय किया है। वह कांग्रेस की टिकट पर हरियाणा में जींद जिले के जुलाना से विधानसभा चुनाव लड़ी और जीत के साथ अपने सियासी सफर का आगाज किया। उनका मुकाबला भाजपा के योगेश बैरागी से था। विनेश को 65080 वोट मिले और भाजपा के योगेश बैरागी को 59065 वोट मिले। विनेश ने यह मुकाबला करीब 6 हजार वोटों से जीता।
इस बीच, विनेश फोगाट के साथ हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से कुछ दिन पहले कांग्रेस में शामिल हुए बजरंग पुनिया ने हिंदी में एक्स पर पोस्ट किया, "देश की बेटी विनेश फोगाट को जीत की बहुत-बहुत बधाई। यह लड़ाई सिर्फ़ जुलाना सीट के लिए नहीं थी, यह सिर्फ़ 3-4 अन्य उम्मीदवारों के साथ नहीं थी, यह सिर्फ़ पार्टियों के बीच की लड़ाई नहीं थी। यह लड़ाई देश की सबसे मज़बूत दमनकारी ताकतों के खिलाफ़ थी। और विनेश विजयी हुईं।"
चरखी दादरी में जन्मी विनेश फोगट ओलंपिक खेलों से लौटने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गईं। ओलंपिक में उन्हें 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उन्होंने फाइनल में पहुंचने के लिए जापान की चार बार की कुश्ती विश्व चैंपियन यूई सुसाकी को हराया था।
वह राजनीति में शामिल होने और चुनाव लड़ने वाली राज्य की पहली महिला पहलवान नहीं हैं। उनकी चचेरी बहन बबीता फोगट ने 2019 में चरखी दादरी से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। विधानसभा चुनाव में विनेश फोगट के प्रतिद्वंद्वी योगेश बैरागी हैं, जो भारतीय सेना के पूर्व कैप्टन और कमर्शियल पायलट हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
35 वर्षीय इस पहलवान के नाम कई उपलब्धियां हैं, जिनमें से सबसे बड़ी उपलब्धि कोविड महामारी के दौरान विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के अभियान में उनकी भागीदारी है। उन्होंने चेन्नई बाढ़ के बाद राहत और बचाव कार्यों में भी अहम भूमिका निभाई थी।
योगेश बैरागी वर्तमान में भाजपा की हरियाणा युवा शाखा के अध्यक्ष हैं और उनसे विनेश को कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है।
हरियाणा की कई महिला पहलवान, खासकर वे जो डब्ल्यूएफआई में यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध के मद्देनजर अपने करियर के बारे में पुनर्विचार कर रही हैं। उम्मीद कर रही हैं कि विनेश फोगट राज्य की खेल मंत्री बनेंगी और उन्हें अखाड़े में वापस लाने में मदद करेंगी।