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झारखंड: मंत्री बनने के लिए 16 तक का इंतजार, 8 को होना था शपथ ग्रहण

चम्पाई सरकार में मंत्री पद की लालसा पाले लोगों को अब 16 फरवरी तक इंतजार करना होगा। आठ फरवरी को कैबिनेट का...
झारखंड: मंत्री बनने के लिए 16 तक का इंतजार, 8 को होना था शपथ ग्रहण

चम्पाई सरकार में मंत्री पद की लालसा पाले लोगों को अब 16 फरवरी तक इंतजार करना होगा। आठ फरवरी को कैबिनेट का विस्तार प्रस्तावित था। इसके लिए राजभवन को भी सूचना दे दी गई थी। अंतिम समय में विस्तार और शपथ ग्रहण का कार्यक्रम टल कर 16 फरवरी कर दिया गया है।राजभवन ने भी बदली हुई तिथि के बारे में सूचना जारी कर दी है।राजभवन ने जारी सूचना में कहा है कि।  

राज्यपाल सी०पी० राधाकृष्णन द्वारा माननीय मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के अनुरोध पर दिनांक 8 फरवरी 2024 को निर्धारित मंत्रिपरिषद के सदस्यों के पद-शपथ अनुष्ठान को स्थगित किया गया है। मुख्यमंत्री के आग्रह पर अब यह पद-शपथ अनुष्ठान दिनांक 16 फरवरी 2024 को अपराह्न 3 बजे होगा।

सूत्रों के अनुसार कांग्रेस की ओर से लिस्ट नहीं मिलना और सोरेन परिवार का एडजेस्टमेंट इसकी मूल वजह है। कांग्रेस कोटे से कुछ पुराने मंत्रियों के बदले ने नाम शामिल किए जाने की तैयारी है, दावेदार कई हैं। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार प्रदेश प्रभारी आलाकमान से सूची फाइनल कराने दिल्ली रवाना हो गए हैं।

बता दें कि हेमंत कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से रामेश्वर उरांव के पास वित्त, बन्ना गुप्ता के पास स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और आपदा प्रबंधन विभाग, बादल पत्रलेख के पास कृषि, पशुपालन और सहकारिता तथा आलमगीर आलम के पास ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग था। बीच बीच में परफारमेंस को लेकर दो तीन कांग्रेस मंत्रियों को ड्रॉप करने की चर्चा उड़ती रही।

हेमंत सोरेन के जाने के बाद 2 फरवरी को राजभवन में चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ कांग्रेस के आलमगीर आलम और आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्रिपद की शपथ ली थी। चम्पाई सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद कांग्रेसी विधायकों के प्रकारंतर से मंत्री पद को लेकर दावे मीडिया में आ रहे हैं। अपने बड़बोलेपन को लेकर चर्चा में रहने वाले इरफान का कहना है कि मैं लगातार 2 बार से विधायक हू्ं। डॉक्टर हूं। मंत्रिपद पर मेरा दावा बनता है। वैसे फैसला आलाकमान को करना है। जहां तक जेएमएम का सवाल है हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और भाभी सीता सोरेन प्रवल दावेदार हैं मगर शिबू सोरेन के आशीष से यह प्रभावित होगा। किसी को डिप्टी सीएम की भी कुर्सी मिलेगी, सवाल है। 

हेमंत सोरेन के जाने के बाद कांग्रेस और जेएमएम से एक एक डिप्टी सीएम की चर्चा होती रही है। कांग्रेस के अंदरखाने से यह दबाव भी है। सोरेन कुनबे का शासन पर प्रभाव रहे इसे लेकर भी दबाव होगा। हेमंत के करीबी विधायक को भी एडजस्ट किए जाने की बात है। बहरहाल 16 फरवरी को चम्पाई कैबिनेट की पूरी तस्वीर सामने आ जाएगी।

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