दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन को उनके उस बयान को लेकर फटकार लगाई जिसमें चौधरी ने लोकसभा चुनाव में नफरत फैलाने वाली और चरमपंथी ताकतों के हार की अपील की है. केजरीवाल ने कहा कि चुनाव भारत का आंतरिक मामला है और यह ‘आतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजकों’ के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा.लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली के सात निर्वाचन क्षेत्रों समेत कुल 58 संसदीय क्षेत्रों में शनिवार को मतदान किया गया.
मतदान करने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने अपने परिवार की एक तस्वीर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा की जिसमें सभी सदस्य स्याही लगी उंगलियां दिखा रहे हैं. इसके साथ ही केजरीवाल ने अपने पोस्ट में कहा कि उन्होंने ‘तानाशाही, महंगाई और बेरोजगारी’ के खिलाफ वोट दिया. केजरीवाल की पोस्ट को ‘एक्स’ पर साझा करते हुए ‘मोर पावर’ और ‘इंडिया इलेक्शन 2024’ हैशटैग के साथ हुसैन ने कहा, ‘‘शांति और सौहार्द नफरत फैलाने वाली और चरमपंथी ताकतें परास्त हों.’’
हुसैन के पोस्ट के कुछ मिनट बाद केजरीवाल ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका पोस्ट गैरजरूरी है. केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘ चौधरी साहब, मेरे देश के लोग और मैं अपने मसलों को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं. आपकी टिप्पणी की जरूरत नहीं है. पाकिस्तान में हालात फिलहाल बहुत खराब हैं. आप अपने देश का ख्याल रखें.’’ एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव भारत का आंतरिक मामला है और देश ‘आतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजकों’ के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा. केजरीवाल के पोस्ट के जवाब में हुसैन ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री साहब! वास्तव में चुनाव आपका अपना मसला है लेकिन उम्मीद है कि आप इस बात को महसूस करेंगे कि चरमपंथ, चाहे पाकिस्तान में हो या भारत में, एक सीमारहित अवधारणा है और सभी के लिए खतरनाक है चाहे वह बांग्लादेश, पाकिस्तान या भारत हो. इसलिए हर वह व्यक्ति जिसके पास कुछ चेतना है उसे चिंतित होना चाहिए....’’