महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा), कांग्रेस और शिवसेना न केवल महाराष्ट्र पर शासन करना जारी रखेंगे, बल्कि भाजपा को हटाकर केंद्र में भी सत्ता में आएंगे। राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मलिक ने शिवसेना सांसद संजय राउत के इस दावे के मद्देनजर टिप्पणी की कि उनसे "कुछ लोगों" ने संपर्क किया था, ताकि महाराष्ट्र में सरकार गिराई जा सके।
राउत ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को लिखे एक पत्र में यह आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार को गिराने में मदद करने से इनकार करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उन्हें और उनके परिवार को परेशान कर रहा है। राउत ने कहा कि ईडी और अन्य जांच एजेंसियां के अधिकारी "अब अपने राजनीतिक आकाओं की कठपुतली बन गए हैं।"
राउत का समर्थन करते हुए मलिक ने कहा कि शिवसेना नेता ने जो कहा वह "सच" है। उन्होंने कहा कि राकांपा नेताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन, यह उनका (भाजपा का) भ्रम है कि हम डर जाएंगे। वे कितनी भी कोशिश कर लें, महाराष्ट्र में सरकार पांच साल पूरे कर लेगी।
राकांपा नेता ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भाजपा के विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई के पीछे होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जितनी अधिक एजेंसियां एमवीए नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करेंगी, उन्हें महाराष्ट्र के लोगों से उतना ही अधिक समर्थन मिलेगा।
गौरतलब है कि राउत ने उपराष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में लिखा था, "जब से शिवसेना ने महाराष्ट्र में भाजपा से नाता तोड़ा है, हम देख रहे हैं कि शिवसेना के सांसदों और नेताओं को कानून लागू करने वाली एजेंसियां जैसे प्रवर्तन निदेशालय का उपयोग करके टारगेट किया जा रहा है। ईडी के कर्मचारी हमारे विधायकों, सांसदों और नेताओं के साथ-साथ उनके रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों को डराने-धमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।"
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पद को लेकर मतभेद होने के बाद भाजपा और शिवसेना का दशकों पूरा गठबंधन टूट गया था। भाजपा के साथ संबंध तोड़ने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और
राकांपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई।