लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान आज हो सकता है। साथ ही 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा भी आज हो सकती है। चुनाव आयोग ने शाम 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। विज्ञान भवन में होने वाले इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा संबोधित कर सकते हैं। माना जा रहा है कि वोटिंग सात से नौ चरणों के बीच हो सकती है।
मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त हो रहा है। चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद अगले सप्ताह पहले और दूसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव पर्यवेक्षकों की बैठक होगी। चुनाव आयोग विज्ञान भवन में शाम पांच बजे एक संवाददाता सम्मेलन करेगा। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का शेड्यूल भी जारी हो सकता है। इस बार 20 साल बाद ऐसा हुआ, जब मार्च के शुरुआती आठ दिनों में लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ। 2004, 2009 और 2014 में 29 फरवरी से 5 मार्च के बीच चुनाव की तारीखें घोषित हो गई थीं। वहीं, 1999 के लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम 4 मई को घोषित हुआ था।
पहले कब-कब हुआ चुनाव
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरैशी ने ट्विटर पर एक आंकड़ा शेयर किया है। इस आंकड़े के अनुसार, 2004 में अधिसूचना 29 फरवरी, 2009 में अधिसूचना 2 मार्च और 2014 में 5 मार्च को अधिसूचना जारी हुई थी। ऐसे में देखा जाए तो इस बार चुनाव आयोग की अधिसूचना में देरी है। डॉ. एस. वाई. कुरैशी के आंकड़े के अनुसार, 2004 में 1 जून, 2009 में 30 मई, 2014 में 3 जून को लोकसभा का कार्यकाल खत्म हुआ था। इस बार 2 जून को लोकसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। 2004 में चुनाव 20 अप्रैल से लेकर 10 मई के बीच 4 चरणों में, 2009 में 16 अप्रैल से लेकर 13 मई के बीच पांच चरणों में और 2014 में 7 अप्रैल से लेकर 12 मई के बीच नौ चरणों में चुनाव संपन्न हुआ था।
तारीखों के ऐलान में देरी, उठे सवाल
लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा में हो रही देरी पर कांग्रेस सवाल उठा चुकी है। पिछले दिनों कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने आरोप लगाया था कि क्या चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक कार्यक्रमों के पूरा होने का इंतजार कर रहा है।