लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों में कांग्रेस ने देश के कई राज्यों में काफी खराब प्रदर्शन किया। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर ही सिमट गई, जिसके बाद अब कांग्रेस नेता और यूपी कांग्रेस चीफ राज बब्बर ने हार की जिम्मेदारी ली और अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है।
तीन लाख वोटों से हार
फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार राज बब्बर को हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी के उम्मीदवार राजकुमार चाहर ने राज बब्बर को तीन लाख से ज्यादा वोटों से राज बब्बर को हराया। पार्टी ने पहले उनको मुरादाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्होंने वहां से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया, जिसके बाद फतेहपुर सीकरी से राज बब्बर चुनावी मैदान में उतरे।
बीजेपी ने फतेहपुर सीकरी से मौजूदा सांसद चौधरी बाबूलाल का टिकट काटकर राजकुमार चाहर को अपना उम्मीदवार बनाया था, जिसका बाबूलाल ने विरोध भी किया। उनके विरोध के बाद माना जा रहा था कि बीजेपी को इससे खासा नुकसान हो सकता है, क्योंकि वो सिटिंग एमपी थे लेकिन जिस तरह के चुनाव नतीजे आए उसने सभी को चौंका दिया।
ट्विटर पर ली हार की जिम्मेदारी
राज बब्बर ने चुनाव नतीजों के ठीक एक दिन बाद यानी शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ‘जनता का विश्वास हासिल करने के लिए विजेताओं को बधाई। यूपी कांग्रेस के लिए परिणाम निराशाजनक हैं। अपनी जिम्मेदारी को सफल तरीके से नहीं निभा पाने के लिए खुद को दोषी पाता हूं। नेतृत्व से मिलकर अपनी बात रखूंगा’।
योगेंद्र मिश्रा
राज बब्बर के अलावा अमेठी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा राहुल गांधी को भेज दिया है।
Yogendra Mishra, President of District Congress Committee- Amethi, resigns from the post taking responsibility for the defeat. #ElectionResults2019 pic.twitter.com/cW2ScYjcDM
— ANI UP (@ANINewsUP) May 24, 2019
निरंजन पटनायक
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने भी हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है। पटनायक ने कहा, "मैंने भी चुनाव लड़ा था। पार्टी ने मुझे जिम्मेदारी सौंपी थी। मैं हार की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं और पद से इस्तीफा देता हूं। मैंने कांग्रेस अध्यक्ष (राहुल गांधी) को सूचना दे दी है।"
1989 में सिनेमा जगत से राजनीति में आए राज बब्बर
बता दें कि सिनेमा जगत से राजनीति में आए राज बब्बर 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व वाले जनता दल से जुड़े। बाद में वह जनता दल छोड़कर समाजवादी पार्टी में चले गए। 2006 में उन्हें समाजवादी पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया. इसके बाद 2008 में वह कांग्रेस पार्टी का हिस्सा बन गए।
(एजेंसी इनपुट)